ब्रेन कैंसर से पीड़ित 29 साल की अमेरिकी महिला ब्रिटनी मेनॉर्ड ने आखिरकार 1 नवंबर को अपनी
जीवन लीला समाप्त कर ली. इसके लिए उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुना. पढ़ें...ब्रिटनी मेनॉर्ड ने तय किया अपनी मौत का दिन
ब्रिटनी ने इससे पहले एक वीडियो संदेश जारी करके अपने फैसले से दुनिया को वाकिफ कराया था, जिसके बाद मौत के अधिकार को लेकर चल रहे विवाद ने जोर पकड़ लिया.
इस महीने की शुरुआत में ब्रिटनी तब सुर्खियों में आई जब उन्होंने अपना वीडियो जारी किया. इस वीडियो के जरिए उन्होंने आत्महत्या की धमकी दी थी. यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा और लाखों वेब यूजर्स ने देखा.
ब्रिटनी ने अपने संदेश में कहा था, 'सभी प्यारे दोस्तों और परिवारों को गुड बॉय, आज के दिन मैंने आत्मसम्मान के साथ मौत को चुनने का फैसला कर लिया, इस भयानक ब्रेन कैंसर ने बहुत कुछ छीन लिया है.'
उन्होंने आगे लिखा, 'यह दुनिया बहुत खूबसूरत है, मेरे टीचर और दोस्तों ने मुझे बहुत कुछ दिया है. मैंने हमेशा अपने पास एक मदद का हाथ पाया. अलविदा. सकारात्मक ऊर्जा फैलाएं और आगे बढ़ाए.'
जनवरी महीने में मेनॉर्ड को जीने के लिए छह महीने मिले थे और उन्हें बताया गया था कि खतरनाक कैंसर की वजह से उनकी मौत बहुत दर्दनाक होगी. इस दौरान ब्रिटनी अपने पति डैन डियाज के साथ पहले बच्चे के बारे में सोच रही थी, लेकिन उन्होंने अपना फैसला बदल लिया.
डियाज के साथ शादी के बाद ही मेनॉर्ड को सिर दर्द की लगातार शिकायतें होने लगी. इसके बाद दोनों ने कैलिफोर्निया से ओरेगांव जाने का फैसला किया.
हालांकि गुरुवार को ब्रिटनी ने एक वीडियो जारी करके बताया था कि पहले से सुनिश्चित मौत से साक्षात्कार में थोड़ी देर हो सकती है.
लेकिन यह देर बहुत छोटी थी, ब्रिटनी की कहानी पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रही है. अमेरिका की पीपुल मैगजीन ने ब्रिटनी को पिछले सप्ताह अपने कवर पेज पर जगह दी.
हालिया हफ्तों और महीनों के दौरान ब्रिटनी अपने लिए बकेट लिस्ट बनाती रही कि मरने से पहले वो क्या करना चाहती है. इसमें ग्रैंड कैनयोन की यात्रा भी शामिल थी.
डेथ विद डिगनिटी एक्ट ऑफ ऑरेगॉन के तहत साल 1977 से लेकर अब तक 750 लोग अपने लिए मौत चुन चुके हैं.