ब्रिटनी मेनार्ड ने अपनी मौत का दिन निश्चित किया है. वह 1 नवंबर 2014 को आखिरी सांस लेगी.
दरअसल, ब्रिटनी गंभीर ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित है. उसे अपनी बीमारी के बारे में इस साल जनवरी में पता चला. 29 साल की ब्रिटनी की शादी साल 2013 में हुई और जब उसने परिवार को बढ़ाने के बारे में सोचा तब डॉक्टरों ने उसे जांच के बाद बताया कि उसके पास सिर्फ 10 साल की जिंदगी बची हुई है.
पूरी जांच के बाद सामने आया कि उसका कैंसर अब आखिरी स्टेज में है और मुश्किल से वह 14 महीने जी पाएगी. ट्यूमर के दर्द से हर रोज मरने से बेहतर ब्रिटनी ने मौत को चुना. 'डेथ विद डिगनिटी एक्ट' ऑफ ऑरेगॉन के तहत साल 1977 से लेकर अब तक 750 लोग अपने लिए मौत चुन चुके हैं.
मेनार्ड के पति का जन्मदिन 30 अक्टूबर को है. वह चाहती है कि 1 नवंबर 2014 अपनी मौत से पहले वह अपनी मां, पति और दोस्तों के बीच रहे.
मेनार्ड ने एक वीडियो जारी करके कहा है, 'मेरे शरीर को कोई भी अब अभी मरना नहीं चाहता है, मैं जीना चाहती हूं. काश, मेरी इस जानलेवा बीमारी का कोई इलाज होता, लेकिन नहीं है. एक दर्दनाक मौत मरने से अच्छा है कि मैं खुद मौत को गले लगा लूं.'
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