इजरायल-हमास जंग के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंक आज इजरायल पहुंचेंगे. ब्लिंकन का यह दौरा इसलिए भी खास है, क्योंकि इजरायल और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच जंग अभी खत्म नहीं हुई है. अमेरिका पहले ही इजरायल के लिए पूर्ण समर्थन की घोषणा कर चुका है. इसकी बानगी मंगलवार रात तब देखने को मिली जब अमेरिका ने गोला-बारूद से भरा एक विमान इजरायल भेज दिया. इतना ही नहीं, इससे पहले ही अमेरिका अपने एक एयरक्राफ्ट कैरियर को इजरायल के आसपास भेज चुका है. कहा जा रहा है कि जल्द ही यूएस अपना दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर भी इजरायल के सपोर्ट के लिए भेज सकता है.
जंग के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन का इजरायल जाना बेहद अहम माना जा रहा है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि ब्लिंकन इजरायल पहुंचकर कई सीनियर नेताओं से मुलाकात करेंगे. उनका यह दौरा इजरायल के प्रति अमेरिका का समर्थन दिखाने के लिए होगा. मिलर ने आगे कहा कि ब्लिंकन गुरुवार को इजरायल पहुंचेंगे. जब मिलर से पूछा गया कि क्या ब्लिंकन इजरायल के बाद किसी दूसरे देश का भी दौरा करेंगे तो उन्होंने कहा कि विदेश विभाग जल्द इसका ऐलान कर सकता है.

मारे गए इजरायल के एक हजार से ज्यादा लोग
बता दें कि फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था. इस अटैक में अब तक इजरायल के एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. हमास के आतंकी कई इजरायली नागरिकों को अपने साथ बंधक बनाकर भी ले गए हैं. इन बंधकों में कई अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. अचानक हुए इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा-पट्टी में आतंकियों के ठिकाने को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. गाजा की सरकार के मुताबिक अब तक वहां पर कम से कम 830 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं, 4,250 से ज्यादा लोग घायल हैं.
इजरायल ने बदला लेते हुए किया पलटवार
हमले की शुरुआत जरूर हमास ने की थी, लेकिन अब इजरायल ने बदला लेते हुए जबरदस्त पलटवार शुरू कर दिया है. इजरायली एयर फोर्स (IAF) के दर्जनों लड़ाकू विमानों ने बुधवार सुबह दार्जे तुपाह इलाके में 70 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया है. यह इलाका फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास का गढ़ माना जाता है. इजरायल के खिलाफ होने वाली सबसे ज्यादा गतिविधियों को यहां पर ही अंजाम दिया जाता है. IAF ने इस इलाके में इस्लामिक जिहाद आतंकी संगठन की एक बिल्डिंग को भी तबाह कर दिया.