अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका और मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने के लिए फंडिंग न मिलने के बावजूद सरकार के कामकाज को अस्थायी तौर पर फिर से शुरू करने के लिए कामबंदी खत्म करने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने खुद 15 फरवरी तक सरकार का कामकाज अस्थायी रूप से शुरू करने के लिए डेमोक्रेट्स के साथ समझौता होने की घोषणा की.
इस कामबंदी ने अमेरिका की संघीय सरकार के कई प्रमुख विभागों के काम-काज को एक तरह से पंगु बना दिया था. 35 दिन से चल रही इस कामबंदी ने मानवीय संकट भी पैदा कर दिया था. इसकी वजह से करीब आठ लाख संघीय कर्मचारियों को एक महीने तक तनख्वाह नहीं मिली. अब ट्रंप के इस कदम से अमेरिका को अस्थायी तौर पर बड़ी राहत मिली है.
शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप ने रोज गार्डन में अपने भाषण में कामबंदी खत्म करने की घोषणा की. अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों ने भी इसको ध्वनिमत से पारित कर दिया और फिर दोनों सदन स्थगित हो गए. इसके बाद शुक्रवार देर रात 35 दिनों तक चली सरकारी कामबंदी खत्म हो गई. अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक स्पीकर नैन्सी पेलोसी के लिए यह एक बड़ी जीत है, जिन्होंने तीन सप्ताह पहले ही अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की कमान संभाली थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ इस समझौते के बाद पेलोसी ने कहा, 'हमारी विविधता हमारी ताकत है, लेकिन हमारी एकता हमारी शक्ति है और शायद राष्ट्रपति ट्रंप ने इसी शक्ति को कम आंक लिया था.' वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने सरकारी कामबंदी खत्म करने के विधेयक पर हस्ताक्षर जरूर कर दिए हैं, लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया कि अमेरिका और मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने की अपनी मांग से उन्होंने समझौता नहीं किया है.
आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका और मेक्सिको बॉर्डर से घुसपैठ रोकने के लिए दीवार बनाने के लिए कांग्रेस से 5.7 अरब डॉलर की मंजूरी देने की मांग की है, लेकिन अमेरिकी संसद यानी कांग्रेस ने इसको मंजूरी नहीं दी है. वर्तमान में कांग्रेस के निचले सदन में विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक का बहुमत है. विपक्षी पार्टी मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के दिए फंड देने के पक्ष में नहीं है. इस फंड को मंजूरी नहीं मिलने के बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप ने 15 फरवरी तक सरकार का कामकाज अस्थायी रूप से शुरू करने के लिए डेमोक्रेट्स के साथ एक समझौता होने की घोषणा की है.
I wish people would read or listen to my words on the Border Wall. This was in no way a concession. It was taking care of millions of people who were getting badly hurt by the Shutdown with the understanding that in 21 days, if no deal is done, it’s off to the races!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 26, 2019
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मेरी इच्छा है कि लोग अमेरिका और मेक्सिको बॉर्डर दीवार को लेकर मेरे विचारों को सुनें या पढ़ें. इसे किसी भी तरह की कोई छूट नहीं समझा जाए. यह लाखों लोगों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो इस कामबंदी से बुरी तरह प्रभावित हो रहे थे और इस समझ के साथ कि अगर इन 21 दिनों में कोई सहमति नहीं बनती तो तमाम प्रयास व्यर्थ हो जाएंगे.'