अमेरिका ने अफगानिस्तान पर सबसे बड़ा हमला बोला है. यूएस ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर आईएस के ठिकानों पर 'मदर ऑफ ऑल बॉम्ब' से हमला किया. इसके बाद से ही लोगों के अलग-अलग रिएक्शन आ रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कार्रवाई पर खुशी जताई, और कहा कि हमें हमारी सेना पर गर्व है. अमेरिका के इस एक्शन के बाद लोग सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
हो जाती पूरी दुनिया की समस्या खत्म
लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में हमला करके मदर ऑफ ऑल बॉम्ब को वेस्ट किया है, वह अगर यही बम पाकिस्तान पर दागता तो सारी दुनिया की परेशानी एक बार में ही सोल्व हो जाती. लोगों का कहना है कि हमें उम्मीद है कि अगला टारगेट सटीक होगा, और पाकिस्तान ही निशाना होगा.
लोग बोले अब क्लाइमेट चेंज का क्या हुआ
कई लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया तो कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अमेरिका हमेशा क्लाइमेट चेंज की बात करता है, लेकिन अब वह लगातार हमले कर रहा है. क्या उसे लोगों और क्लाइमेट चेंज की चिंता नहीं है.
थोड़ा वाइड बॉल डालता यूएस
लोगों ने कहा कि अमेरिका हमेशा ही यॉर्कर बॉल डालता है, काश कि इस बार थोड़ा वाइड बॉल डालता तो सीधा इस्लामाबाद में बम गिरता.
काश तेज हवा चल रही होती
कई लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि काश जब बम फेंका गया तो तेज हवा चल जाती तो अफगानिस्तान की जगह पाकिस्तान में बम गिरता. अगली बार जब भी ऐसा हो तो आंधी-तूफान आना चाहिए.

कब किया हमला?
अमेरिका ने पूर्वी अफगानिस्तान के नंगारहर में अपने सबसे बड़ा गैर परमाणु बम 'GBU-43' गिराया है. करीब 21,000 पाउंड (9,797 किलो) वजनी इस बम को वहां 'मदर ऑफ ऑल बॉम्ब' के नाम से जाना जाता है. अमेरिकी सेना के मुताबिक, स्थानीय समय के अनुसार शाम 7.32 बजे गिराए इस सबसे बड़े गैर परमाणु बम के जरिये उन गुफाओं को निशाना बनाया गया, जहां इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने पनाह ले रखी थी.
करजई ने की आलोचना
अमेरिका की ओर से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को निशाना बनाकर गिराए गए गैर परमाणु बम 'GBU-43' की अफगानिस्तान ने कड़ी आलोचना की है. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा, "मैं अमेरिकी सेना की ओर से घातक गैर परमाणु बम गिराए जाने की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं." उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ नहीं, बल्कि अफगानिस्तानियों के खिलाफ और अमानवीय है.