क्या आपने कभी कॉलेज के स्टूडेंट्स के ग्रुप को बिना कपड़ों के सड़कों पर दौड़ते देखा है. या फिर कभी आपको किसी पेड़ पर हजारों जोड़ी जूते एक साथ लटके नजर आए. भारत में शायद हम इसकी कल्पना भी ना कर पाएं, लेकिन दुनिया के सबसे विकसित देश अमेरिका में ऐसी कई प्रथाएं दशकों से चली आ रही हैं.
कहीं इस रिवाज को गुड लक से जोड़कर देखा जाता है तो कहीं रस्मों का पालन करने पर जोड़ियां सलामत रहने की मान्यता है. अमेरिका के एक कॉलेज में तो लड़कियां इस चाहत में चट्टान को चूमती हैं कि ऐसा करने पर जल्द से जल्द उनकी सगाई हो जाएगी. तो आइए आपको अमेरिकन यूनिवर्सिटीज की ऐसी ही कुछ अजीबों-गरीब प्रथाओं से रूबरू कराते हैं.
विलियम्स कॉलेज: बिना कपड़ों के राष्ट्रपति कार्यालय तक दौड़ते हैं स्टूडेंट
अजीब-गरीब रिवाजों वाले संस्थानों में मैसाचुसेट्स के विलियम्स कॉलेज (Williams College) का नाम अव्वल है. यहां न्यू एडमिशन लेने वाले छात्र कॉलेज शुरू होने से पहले आधी रात को हॉस्टल से राष्ट्रपति भवन के स्थानीय कार्यालय तक बिना कपड़ों के दौड़ लगाते हैं. यह रस्म 84 साल पहले 1940 में शुरू हुई, जो अब तक जारी है. स्टूडेंट्स का मानना है कि ऐसा करने से नए छात्रों में नई ऊर्जा का संचार होता है.
इससे मिलती-जुलती एक प्रथा कनेक्टिकट प्रांत की वेस्लेयन यूनिवर्सिटी (Wesleyan University) में भी है. इस यूनिवर्सिटी के छात्र हर 6 महीने में सेमेस्टर खत्म होने पर बिना कपड़ों के पूरे कैंपस में दौड़ लगाते हैं. यहां ये परंपरा 1970 में शुरू हुई, जिसका उद्देश्य छात्रों के जीवन से तनाव दूर करना बताया जाता है. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के छात्र भी ऐसा करते हैं.
वेलेस्ली कॉलेज: किसिंग रॉक को चूमने पर हो जाती है छात्राओं की सगाई
शादी-ब्याह की चिंता में भारतीय या तो वृत-उपवास करते हैं या फिर बाबा-वैरागी के पास जाते हैं. लेकिन अमेरिका के लोग भी इस मसले पर टोटके करने में कम नहीं हैं. यूएस के मैसाचुसेट्स के वेलेस्ली कॉलेज (Wellesley College) में एक 'किसिंग रॉक' है, मान्यता है कि जो छात्रा इस किसिंग रॉक को चूम लेती है, एक साल के अंदर उसकी सगाई हो जाती है. यह परंपरा 100 साल (सन 1900) से भी ज्यादा पुरानी है. वेलेस्ली कॉलेज में आए दिन छात्राएं किसिंग रॉक को चूमते हुए नजर आ जाती हैं.

मरे यूनिवर्सिटी: जहां पेड़ पर जूते लटकाते हैं कपल, ताकी सलामत रहे प्यार
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत से करीब 13 हजार किलोमीटर दूर अमेरिका में पेड़ से जुड़ी एक परंपरा चली आ रही है. मरे स्टेट यूनिवर्सिटी (Murray State University) में चल रही यह प्रथा करीब 6 दशक यानी 60 साल पुरानी है. यूनिवर्सिटी में एक पेड़ है, जो 'शू ट्री' के नाम से फेमस है. इस 'शू ट्री' पर कपल बनने वाले नए स्टूडेंट्स अपने जूते लटकाते हैं. इस प्रथा की शुरुआत 1960 में हुई थी.
दरअसल, मरे यूनिवर्सिटी में हर साल सैकड़ों छात्र एडमिशन लेते हैं. इनके बीच जब प्रेम के अंकुर फूटते हैं तो नया कपल कैंपस में लगे 'शू ट्री' में अपने जूते टांग देता है. स्टूडेंट्स के बीच यह किवदंती है कि ऐसा करना सौभाग्य का प्रतीक है. इससे प्यार जीवनभर सलामत रहता है. कहा जाता है कि 6 दशक पहले कॉलेज खत्म होने के बाद एक छात्र हॉस्टल से अपने घर जा रहा था, कॉलेज के अंतिम पलों में वह जूते साथ ले जाने के मूड में नहीं था. इसलिए उसने जूतों को कैंपस में लगे पेड़ पर टांग दिया. इसके बाद से ही यह अनूठी रस्म शुरू हो गई.
हर साल दर्जनों प्रेमी जोड़े मरे यूनिवर्सिटी के इस पेड़ पर जूते लटका जाते हैं. कपल्स जूता टांगकर उसे भूलते नहीं, बल्कि हर साल शू ट्री के पास आकर उसकी सालगिरह मनाते हैं. इतना ही नहीं जब कपल्स अपना परिवार शुरू करते हैं तो वह अपने बच्चे के छोटे-छोटे जूते भी अपने जूतों के बगल में लटका देते हैं. जिस 'शू ट्री' पर इस समय प्रथा चल रही है, वह तीसरा पेड़ है. पहले पेड़ पर बिजली गिर गई थी, जिससे उसमें आग लग गई. दूसरे पेड़ की टहनियां झड़ने लगीं, जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से उसे 2015 में हटा दिया गया. तब से लेकर अब तक तीसरा पेड़ मोर्चे पर डटा हुआ है.

येल यूनिवर्सिटी: पुतले के अंगूठे को रगड़ने का अनूठा रिवाज
न्यू हेवन... अपने नाम की तरह ही अमेरिका का यह शहर किसी स्वर्ग (Heaven) से कम नहीं है. कनेक्टिकट प्रांत में बसे इस शहर में मशहूर येल यूनिवर्सिटी (Yale University) है, जहां दुनियाभर से छात्र पढ़ने आते हैं. इस यूनिवर्सिटी में एक पुतले के अंगूठे को रगड़ने की अनूठी परंपरा है. कैंपस में येल यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष और एक समय (1820) छात्र रहे थियोडोर ड्वाइट वूल्सी (Theodore Dwight Woolsey) की कांसे की प्रतिमा लगी हुई है. रिवाज है कि न्यू एडमिशन लेने वाले छात्रों में से जो भी वूल्सी के पुतले के अंगूठे को रगड़ता है, उसका साल अच्छा बीतता है. येल यूनिवर्सिटी में एडमिशन जिन छात्रों का सपना है, ऐसे भी कई स्टूडेंट भी हां आकर वूल्सी का अंगूठा रगड़ते हैं.

टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी: तरबूज को हथौड़े से तोड़ने की परंपरा
तरबूज को काटने के लिए लोग छोटा या बड़ा चाकू इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अमेरिका की टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी (Texas A&M University) में परंपरा के तहत तरबूज को हथौड़े से तोड़ा जाता है. हर साल जो छात्र पास होकर यूनिवर्सिटी छोड़ते हैं, उनके लिए इस रस्म का आयोजन किया जाता है. परीक्षा के आखिरी दिन सभी छात्र कैंपस में जमा होते हैं और उनके हाथों में हथौड़ा थमाकर उनसे तरबूज तोड़ने के लिए कहा जाता है. इस रस्म का आयोजन 1905 से यूनिवर्सिटी का ही छात्र संगठन सेंचुरी मेन्स सोसाइटी करता आ रहा है.

बर्नार्ड कॉलेज: नए छात्रों को खिलाते हैं 750 फीट लंबे सैंडविच
कॉलेज/यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले नए छात्रों को अच्छा फील कराने के लिए पुराने छात्र तरह-तरह के आयोजन करते हैं. इसी तरह न्यूयॉर्क के बर्नार्ड कॉलेज (Barnard College) में भी ऐसा ही एक आयोजन होता है, जिसमें नए छात्रों के लिए सैंडविच की 750 फीट लंबी चेन बनाई जाती है. इन सैंडविचेस को सभी नए छात्र मिलकर एक साथ खाते हैं. इस प्रथा को 'बर्नार्ड बिग सब' कहा जाता है. इस रिवाज के जरिए पुराने छात्र नए छात्रों से जुड़ने की कोशिश करते हैं.

मियामी यूनिवर्सिटी: कछुए के सिर को रगड़ने से मिलता है ए ग्रेड
इसी तरह अमेरिका के ओहियो राज्य की मियामी यूनिवर्सिटी (Miami University) में भी कई परंपराएं हैं. यहां जो छात्र परीक्षा में अच्छे नंबर से पास होना चाहते हैं, वह विश्वविद्यालय परिसर में बने ट्राई डेल्ट सनडायल मूर्ति के पास रुकते हैं. किवदंती है कि यहां तांबे के कछुए के सिर को रगड़ने से छात्र को एग्जाम में ए ग्रेड मिलता है. हालांकि, यह भी माना जाता है कि अगर छात्र परीक्षा से पहले कैंपस के सेंट्रल में बनाई गई मुहर की आकृति पर कदम रखते हैं तो उनका एग्जाम खराब हो जाता है.