scorecardresearch
 

संयुक्त राष्ट्र ने पीएम मोदी के बयान पर किया अपना बचाव

संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के एक प्रवक्ता ने कहा है कि आतंकी बम विस्फोट हो या आतंक के लिए धन मुहैया कराने का मामला हो, संयुक्त राष्ट्र हर तरह से आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता को प्रोत्साहित करता है.

Advertisement
X
संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्र संघ

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों चेतावनी दी थी कि आतंकवाद से निपटने में नाकाम रहने की वजह से वैश्विक संस्था संयुक्त राष्ट्र के अप्रासंगिक हो जाने का खतरा है. इसके जवाब में इस संस्था का बचाव करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के एक प्रवक्ता ने कहा है कि इस समस्या से निपटने के लिए यह वैश्विक संस्था जिम्मेदार रुख अपनाने जा रही है.

बान के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को कहा, 'चाहे आतंकी बम विस्फोट हो या आतंक के लिए धन मुहैया कराने का मामला हो, संयुक्त राष्ट्र हर तरह से आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता को प्रोत्साहित करता है.'

पीएम मोदी ने की थी आलोचना
आतंकवाद की समस्या पर संयुक्त राष्ट्र की अप्रभावी प्रतिक्रिया को लेकर पिछले हफ्ते ब्रसेल्स में नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की थी. उसी से जुड़े सवाल पर हक ने कहा, 'निश्चित तौर पर हम लोग आतंकवाद और दुनियाभर में फैले आतंकवाद की काली छाया से निपटने के लिए एक जिम्मेदार रुख अपनाने की कोशिश कर रहे हैं.'

Advertisement

संगठन के अप्रासंगिक होने का खतरा
ब्रसेल्स में पिछले बुधवार को भारतीय मूल के लोगों से बातचीत के दौरान मोदी ने आतंकवाद को परिभाषित करने में भी संयुक्त राष्ट्र के नाकाम रहने पर उसका उपहास उड़ाया था. उन्होंने कहा था, 'मैं नहीं जानता कि कब ऐसा होगा, लेकिन जिस तरह से स्थितियां बदल रही हैं, वह दिन दूर नहीं जब यह संगठन अप्रासंगिक हो जाएगा.'

हिंसक चरमपंथ पर बोलेंगे बान की मून
हक ने हिंसक चरमपंथ पर रोक लगाने के लिए जेनेवा सम्मेलन का हवाला दिया. संयुक्त राष्ट्र स्विटजरलैंड की सरकार के सहयोग से गुरुवार और शुक्रवार को इस सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है. उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र महासचिव उसमें बोलने वाले हैं. खासकर पूरी दुनिया में फैले चरमपंथ से निपटने के लिए, जो खास उपाय किए जाने वाले हैं, उसके बारे में वह बोलेंगे.'

चीन ने किया था मसूद अजहर का बचाव
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है क्योंकि सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्य चीन के पास वीटो के इस्तेमाल का अधिकार है. पिछले ही हफ्ते चीन पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के बचाव में आ गया था. अजहर पर ही पठानकोट एयरबेस पर हमले की साजिश रचने का आरोप है.

Advertisement

चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति की ओर से लगाए जाने वाली रोक नहीं लगने दी थी. ऐसा तब हुआ था जब इस कमेटी के अन्य सारे सदस्यों ने अजहर के खिलाफ प्रतिबंध का समर्थन किया था.

Advertisement
Advertisement