अल कायदा से अलग हुए समूह की अगुवाई में इराक में सुन्नी उग्रवादियों ने देश के पश्चिमी हिस्से में हमले तेज कर दिए हैं. जेहादियों ने तीन महत्वपूर्ण शहरों और सीरिया की ओर जाने वाले रास्ते के चौराहे पर अपना कब्जा जमा लिया.
उग्रवादियों के पिछले दो दिनों से लगातार आगे बढ़ने की वजह से प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी को झटका लगा है. मलिकी पहले ही अपने राजनीतिक जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उनके नियंत्रण से बाहर की ताकतें देश को सांप्रदायिक संघर्ष की ओर धकेल रही हैं. सामुदायिक आधार पर विभाजित नजर आ रहे इराक में शिया लड़ाकों ने अलग-अलग शहरों में हथियारों के साथ सेना की शैली में परेड निकाली और बगदाद की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे सुन्नी चरमपंथियों से लड़ने का संकल्प लिया.
अंबार प्रांत के तीन प्रमुख शहर कईम, रावा और अना अब इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत (आईएसआईएल) के कब्जे में है. हदीथा शहर की ओर बढ़ रहे चरमपंथियों ने अगर एक प्रमुख बांध को नुकसान पहुंचा दिया जिसकी वजह से इलेक्ट्रिक ग्रिड को नुकसान होने के साथ बाढ़ का भी खतरा है. इराकी सेना के अधिकारियों ने कहा कि इस बांध की सुरक्षा के लिए 2,000 से ज्यादा सैनिकों को भेजा गया है.