ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने लंदन और मध्य इंग्लैड मेयर चुनाव शानदार जीत हासिल कर इस साल के अंत में होने वाले आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को बड़ा झटका दिया है. शनिवार को लंदन मेयर के रूप में सादिक खान ने रिकॉर्ड तीसरी बार जीत हासिल की है.साथ ही उनकी पार्टी को गाजा-इजरायल हमले में इजरायल की निंदा न करने के बावजूद मुस्लिम आबादी की भारी संख्या में वोट मिला है.
पाकिस्तानी मूल के 53 वर्षीय लेबर पार्टी की उम्मीदवार सादिक खान को 43.8 प्रतिशत वोट के साथ 10 लाख 88 हजार 225 मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार सुसान हॉल को 8 लाख 11 हजार 518 वोट मिले. मेयर पद के लिए 13 उम्मीदवारों में से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे दिल्ली में जन्मे कारोबारी तरुण गुलाटी बहुत पीछे रहे गए.
सादिक खान की जीत से पहले लेबर नेता सर कीर स्टार्मर ने कहा कि सादिक खान बिल्कुल सही उम्मीदवार थे. उन्होंने अपने दोनों कार्यकाल में जनता की सेवा की है और मुझे विश्वास है कि उन्हें जनता की सेवा के लिए एक और मौका मिलने वाला है.
इससे पहले सादिक खान के चुनाव को अपने पक्ष में घोषित कर दिया था, क्योंकि ब्रिटेन की राजधानी के लिए नगर-वार नतीजे आ रहे थे. जिससे पता चलता है कि वह काफी अंतर से कंजर्वेटिव पार्टी के प्रतिद्वंद्वी सुसान हॉल को आसानी से हरा देंगे.
सादिक खान ने जताया लोगों का आभार
चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने लंदन की जनता का आभार जताया और सादिक खान ने कहा कि मैं इस वक्त काफी विनम्र हूं और आपसे वादा करता हूं कि हम लंदन को बेहतर, सुरक्षित हरियाली वाला शहर बनाने का हर संभव प्रयास करेंगे. आपके द्वारा मुझ पर किए गए विश्वास को चुकाने का वादा करता हूं.
कौन हैं सादिक खान
सादिक खान पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश हैं. उनके पिता पहले लखनऊ से पाकिस्तान चल गए थे और बाद में इंग्लैंड आ गए. सादिक साल 2016 से लंदन के मेयर हैं. उनकी जीत पर पूरे लंदन में खुशियां मनाई जा रही हैं.
वहीं, ब्रिटेन की राजधानी में मुस्लिम आबादी ने गाजा-इजरायल पर उसके रुख को दरकिनार करते हुए भारी संख्या में वोट दिया है. हालांकि, देश के अन्य हिस्सों में लेबर पार्टी को इसका थोड़ा-सा नुकसान हुआ है. गौरतलब है कि लेबर पार्टी गाजा-इजरायल संघर्ष में इजरायल की निंदा नहीं की थी. सादिक की कुछ नीतियां विवादास्पद भी रहीं, जैसे कि लंदन के लिए उनके प्रदूषण विरोधी अभियान के हिस्से के रूप में अल्ट्रा लो एमिशन जोन (ULDZ) टैरिफ ब्रैकेट के तहत आने वाले वाहनों के ड्राइवरों पर उच्च लागत के कारण भी उनकी लोकप्रियता को कोई नुकसान नहीं हुआ.
8.9 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं लंदन मेयर
बता दें कि लंदन के मेयर की भूमिका राजधानी भर में रहने वाले 8.9 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करती हैं और इसका बजट GBP 20.4 बिलियन है. यह ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन (TFL) के लिए जिम्मेदार है और शहर में सड़कों, पुलिस व्यवस्था, घर पर कुछ नियंत्रण रखता है. लंदन वासियों ने भी गुरुवार को लंदन असेंबली के 14 स्थानीय प्रतिनिधियों और लंदन के मेयर को जवाबदेह ठहराने वाले 11 लंदन व्यापी असेंबली सदस्यों में से एक के लिए मतदान किया
जारी है लेबर पार्टी की जीत का सिलसिला
लंदन के अलावा लेबर पार्टी ने अधिकांश स्थानीय चुनावों में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा है, जिसे इस साल के अंत में होने वाले आम चुनाव से पहले मतदाताओं के मूड समझने के तौर पर देखा जा रहा है.
वहीं, ग्रेटर मैनचेस्टर के लोकप्रिय लेबर निवर्तमान मेयर एंडी बर्नहैम को 63 प्रतिशत वोट के साथ शानदार जीत हासिल की है. उन्हें अपने परिवहन सुधारों को पूरा करने के लिए काम पर वापस लौटने की प्रतिबद्धता जताई और कल्याण और आवास पर अधिक अधिकारों का आह्वान किया है.
अधिक संघर्ष के लिए हूं तैयार: एंडी बर्नहैम
जीत हासिल करने के बाद नए मेयर एंडी बर्नहैम ने कहा कि मैं एक ऐसे ग्रेटर मैनचेस्टर के लिए काम करूंगा, जहां लोग कर्ज, भूख और बेदखली का भय न हो. और जहां हर कोई हमारे शहर की बढ़ती सफलता से लाभ उठा सके. मैं पहले की तुलना में इस बार ज्यादा संघर्ष करने के लिए तैयार हूं. इससे पहले पार्टी ने लिवरपूल सिटी क्षेत्र और दक्षिण यॉर्कशायर मेयर, उत्तर पूर्व मेयर पद के साथ-साथ ईस्ट मिडलैंड्स मेयर पद की दौड़ जीती थी.
'आम चुनाव में मजबूत होगी लेबर पार्टी'
बीबीसी के मतदान विशेषज्ञ प्रोफेसर जॉन कर्टिस द्वारा स्थानीय चुनाव परिणामों के विश्लेषण से पता चलता है कि लेबर पार्टी अब आम चुनाव जीतने के लिए एक प्रमुख स्थिति में है. स्थानीय चुनावों को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने से विपक्ष को आरामदायक बढ़त मिल रही है.