Russia-Ukraine War: यूक्रेन और रूस अभी युद्ध लड़ रहे हैं. इसमें रूस लगातार यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. हालात काफी भयावह होते जा रहे हैं. इसमें बेगुनाहों की मौतें हो रही हैं. घर, मोहल्ले से लेकर शहर तबाह हो रहे हैं. रूसी सेना अब कीव की सड़कों पर उतर आई है. जंग के ऐसे हालातों के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) की ओर से सोमवार को एक आपात बैठक बुलाई गई. इसमें साफ शब्दों में कहा गया कि इस मसले पर सभी पक्ष तुरंत लड़ाई रोक दें.
सोमवार को चल रही आपात बैठक में कहा गया है कि युद्ध का हल डिप्लोमेसी और डायलॉग से संभव है. इसकी अब सख्त जरूरत है. UNGA ने कहा है कि सभी पार्टी अब सीजफायर करें. बता दें कि ये UNGA का 11वां स्पेशल आपात सत्र है. साथ ही कहा कि जितना जल्दी उतनी जल्दी यूक्रेन में हमले बंद किए जाने चाहिए.
डायलॉग से ही निकालें युद्ध का समाधान
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक में कहा कि युद्ध किसी भी तरह से समाधान नहीं है. शांति ही एकमात्र समाधान है. सभी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मानवीय क्षति न हो. मानवीय सहायता से ही हल निकाला जाए. डायलॉग पर जोर दिया जाना चाहिए.
यूक्रेन को अकेला नहीं छोड़ेंगे-UNGA
UNGA की 11वीं आपातकालीन बैठक में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यूक्रेन अभी युद्ध का सामना कर रहा है. मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को आश्वासन दिया है कि संयुक्त राष्ट्र उनकी लगातार सहायता करेगा. उन्हें अकेला नहीं छोड़ा जाएगा. साथ ही उन्हें हर मानवीय सहायता मुहैया कराएगा.
सुरक्षा परिषद में हुई थी वोटिंग
इससे पहले यूक्रेन संकट पर आपातकालीन विशेष सत्र बुलाने को लेकर सुरक्षा परिषद में वोटिंग हुई. यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में इस प्रस्ताव के पक्ष में 15 में से पक्ष में 11 वोट पड़े. जबकि रूस ने इसका विरोध किया. वहीं, भारत, चीन और यूएई ने एक बार फिर मतदान की प्रक्रिया से खुद को दूर रखने का फैसला किया.