यूक्रेन में बीते पांच दिन (24 फरवरी) से जारी युद्ध ने यहां रह रहे लोगों के जीवन को तहस नहस कर दिया है. ऐसे में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने सोमवार को कहा कि पिछले सप्ताह रूस द्वारा देश पर हमले के बाद से 5 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं.
यूएनएचसीआर के प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने ट्वीट कर ये ताजा अपडेट दिया है. जिनेवा स्थित एजेंसी की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि वह जल्द ही सही संख्या के बारे में डिटेल देंगी.
इधर, रूस के हमले से जूझ रहे यूक्रेन के कीव में फंसे लोगों के लिए राहत की खबर है. दरअसल, यहां कर्फ्यू को हटा दिया गया है. ऐसे में वहां फंसे भारतीय छात्र अब रेलवे स्टेशन पर जाकर शहर से निकल सकते हैं. सभी छात्रों को पश्चिमी भागों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन जाने की सलाह दी गई है.
बता दें कि यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है. कर्फ्यू हटने के बाद से पूरे 2 दिन के बाद टैक्सियां भी चल रही हैं और कीव में लोगों का मूवमेंट शुरू हो गया है.
गौरतलब है कि पिछले सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के दो अलगाववादी क्षेत्रों लुहान्सक और दोनेत्स्क को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी थी. इन दोनों ही क्षेत्रों में रूस समर्थित अलगाववादियों का नियंत्रण है. पुतिन ने इसके बाद कई अहम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए. उनके आदेश के मुताबिक, अब रूसी सेनाएं यूक्रेन के इन अलगाववादी क्षेत्रों में घुसकर शांति कायम करने का काम करेंगी. रूस के इस फैसले से यूक्रेन-रूस के बीच तनाव बढ़ा और अब युद्ध की स्थिति आ गई है.