Russia-Ukraine War: युद्ध भले ही रूस और यूक्रेन के बीच हो रहा है, लेकिन इसका दंश भारत भी झेल रहा है, क्योंकि मंगलवार को जहां खारकीव में एक स्टूडेंट की शेलिंग में मौत हो गई. इससे हड़कंप मचा हुआ है. वहीं यूक्रेन से चलकर पोलैंड बॉर्डर होते हुए बुडापेस्ट पहुंचे जम्मू कश्मीर के छात्र ने Aajtak.in को बताया कि वह 5 दिन में यहां पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि इस दौरान उनके एक्सपीरियंस कैसे रहे.
जम्मू कश्मीर के छात्र हाजिम ने बताया कि हम 25 फरवरी को यूक्रेन से निकले थे. तब अंदाजा नहीं था कि आगे कैसे हालात होंगे. हमें यहां से निकलकर पोलैंड बॉर्डर पर पहुंचना था. इसके लिए हम लोग करीब 40 किलोमीटर तक पैदल चले.
सड़कों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं
इसके बाद जब पोलैंड पहुंचे तो वहां भी लंबी लाइनें लगी हुई थीं. लिहाजा हमें वहां भी 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा. पोलैंड में फिलहाल ट्रैफिक पूरी तरह से रुका हुआ है. सड़कों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं.
पोलैंड से हंगरी होते हुए पहुंचे बुडापेस्ट
जम्मू कश्मीर के छात्र हाजिम ने बताया कि हम लोग 5 दिन में यूक्रेन से बुडापेस्ट पहुंचे हैं. जबकि ये पड़ोसी देश है. लेकिन यहां आने में काफी परेशानी हुई. उन्होंने कहा कि हम लोग पहले पोलैंड गए, फिर वहां से हंगरी होते हुए बुडापेस्ट आए हैं.
रास्ते में एक-दो बिस्कुट ही मिले
हाजिम ने कहा कि वह पिछले 5 दिन में बस 2 बार खाना खाया है. ऐसे में वहां के हालातों के आसानी से समझा जा सकता है कि यूक्रेन में जिंदगी कितनी भयावह स्थिति में हैं. हाजिम ने कहा कि बीच-बीच में पानी तो मिल जाता था, लेकिन खाना नहीं मिला. इस दौरान रास्ते में एक-दो बिस्कुट जरूर मिले. इस बवक्त पोलैंड में 600 से ज्यादा इंडियन फंसे हुए हैं.
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