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न्यूड बीच पर अफरातफरी, भागो इबोला आया

कैनरी आइसलैंड के न्यूडिस्ट बीच पर छुट्टियां बिताने पहुंचे पर्यटक न्यूड होकर यहां की आबो-हवा का लुत्फ ले रहे थे. तभी वहां भागमभाग मच गई. दरअसल बीच पर अफ्रीका से आए प्रवासियों की एक नाव आने से यह अफरातफरी मची. इन प्रवासियों में इबोला वाइरस के लक्षण होने की बात फैलने के बाद बीच पर न्यूड पर्यटकों में डर फैल गया.

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इबोला के डर से मची खलबली
इबोला के डर से मची खलबली

कैनरी आइसलैंड के न्यूडिस्ट बीच पर छुट्टियां बिताने पहुंचे पर्यटक न्यूड होकर यहां की आबो-हवा का लुत्फ ले रहे थे. तभी वहां भागमभाग मच गई. दरअसल बीच पर अफ्रीका से आए प्रवासियों की एक नाव आने से यह अफरातफरी मची. इन प्रवासियों में इबोला वाइरस के लक्षण होने की बात फैलने के बाद बीच पर न्यूड पर्यटकों में डर फैल गया.

न्यूड होकर छुट्टियों का लुत्फ ले रहे पर्यटक उस समय हक्के-बक्के रह गए, जब मैस्पलोमास के ग्रैन कैनरिया बीच पर 19 प्रवासी देखे गए. सुबह करीब 8.30 बजे इन 19 प्रवासियों को यहां देखा गया और अगले सात घंटे तक ये लोग यहां पर रहे.

स्थानीय प्रशासन भी यह तय करने में असमंजस में ही रहा कि इन प्रवासियों का क्या किया जाए. हालांकि शाम होते-होते इन्हें बीच से हटा दिया गया.

इन प्रवासियों में से कई लोग तो सीरिया लिओन और गुएना से थे. गौरतलब है कि इन्हीं दो देशों में इबोला का सबसे ज्यादा प्रकोप देखने को मिल रहा है. स्पेन के एक प्रमुख अखबार के मुताबिक इन प्रवासियों को समुद्र तट के करीब अलग रखा गया, जबकि इस बीच पर सैर-सपाटे के लिए आने वाले लोगों को उनके करीब नहीं जाने दिया जा रहा था.

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इस खबर के फैलते ही तुरंत रेड क्रॉस के लोग वहां पहुंच गए और उन्होंने न्यूडिस्टों को इन प्रवासियों से अलग कर दिया. इसके बाद उन्होंने इन प्रवासियों की डॉक्टरी जांच शुरू कर दी. बाद में सभी संदिग्ध इबोला वाइरस से ग्रसित प्रवासियों को एक ट्रक में भरकर होल्डिंग कैंप में ले जाया गया. हालांकि बाद में सरकार ने इस बात की पुष्टि कर दी कि उनमें से किसी में भी इबोला के लक्षण नहीं पाए गए हैं.

इस घातक इबोला वायरस के कारण दुनियाभर में अब तक 4800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

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