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पुतिन ने तुर्की को डराने के लिए वायु रक्षा मिसाइलें भेजी

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन तुर्की द्वारा अपने एक लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने से खासे नाराज हैं. उन्होंने सीरिया में रूसी वायु ठिकाने पर अत्याधुनिक वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात करने के आदेश दिए हैं. रूस के इस कदम ने नाटो सदस्य देश तुर्की और मास्को के बीच सैन्य टकराव का खतरा बढ़ा दिया है.

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ब्लादिमीर पुतिन की फाइल फोटो
ब्लादिमीर पुतिन की फाइल फोटो

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन तुर्की द्वारा अपने एक लड़ाकू विमान को मार गिराए जाने से खासे नाराज हैं. उन्होंने सीरिया में रूसी वायु ठिकाने पर अत्याधुनिक वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात करने के आदेश दिए हैं. रूस के इस कदम ने नाटो सदस्य देश तुर्की और मास्को के बीच सैन्य टकराव का खतरा बढ़ा दिया है.

अंकारा से प्राप्त खबर के मुताबिक, तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि तुर्की और रूस के विदेश मंत्री इस घटना को लेकर वार्ता के लिए मिलने को सहमत हुए हैं. हालांकि, रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि बैठक की पुष्टि नहीं हुई है.

नाटो कर सकता है हस्तक्षेप
एस-400 मिसाइल प्रणालियां सीरियाई तटीय प्रांत लटाकिया में हेमेमीम वायु सेना ठिकाने पर भेजी जाएगी. यह तुर्की की सीमा से 50 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है. ये प्रणालियां तुर्की लड़ाकू विमानों को घातक सूक्ष्मता से निशाना बनाने में सक्षम है. यदि रूस ने तुर्की के किसी विमान को मार गिराया तो नाटो हस्तक्षेप कर सकता है.

तुर्की ने मंगलवार को एक रूसी सुखोई-24 को मार गिराया था. उसका कहना है कि यह बार-बार की चेतावनी के बावजूद उसके वायु क्षेत्र में घुसा था. इस ओर एक वीडियो भी सामने आया था. हालांकि, पुतिन ने कहा है कि रूसी विमान मार गिराए जाने के दौरान सीरिया के आसमान में था. उन्होंने तुर्की की कार्रवाई को अपराध और पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया. उन्होंने इसके गंभीर अंजाम की चेतावनी दी.

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दोनों देशों के बीच हुई बातचीत
तुर्की के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तांजू बिलगिक ने एक लिखित बयान में बताया कि विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोगलु और उनके रूसी समकक्ष सर्जेई लावरोव की बुधवार को टेलीफोन पर हुई वार्ता के दौरान आने वाले दिनों में एक बैठक के लिए राजी हुए हैं. दोनों देश इस घटना का ब्योरा राजनयिक और सैन्य माध्यमों से साझा करने को राजी हुए हैं.

हालांकि, लावरोव ने टीवी पर एक साक्षात्कार में कहा कि बैठक के लिए उनकी कोई ठोस योजना नहीं है.

-इनपुट भाषा से

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