रूस यूक्रेन युद्ध के चलते, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को यूक्रेन के जपोरिजिया न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट (Zaporizhzhia nuclear power plant) में, 3 मार्च को हुई घटना के लिए, यूक्रेनी उग्रवादियों को जिम्मेदार बताया है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल को पुतिन ने दी जानकारी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पुतिन से फोन पर बातचीत की और उनसे यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट में आग लगने के बारे में पूछा था.
रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन ने बताया कि व्लादिमीर पुतिन ने मैक्रों को जपोरिजिया न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट के इलाके में यूक्रेनी कट्टरपंथियों के बारे में बताया. साथ ही, यह जानकारी भी दी कि पॉवर प्लांट में रेडिएशन का स्तर सामान्य है. पुतिन ने यूक्रेन पर यह आरोप भी लगाया कि उसने नागरिकों को मारियूपोल से जाने नहीं दिया.
3 मर्च की रात 2.30 बजे रूस ने किया था हमला
आपको बता दें कि यूक्रेन के 15 एनर्जी रिएक्टर में से 6, जपोरिजिया न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट में हैं. यह पूरे यूरोप का सबसे बड़ा और विश्व का 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर माना जाता है. जपोरिजिया न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट से यूक्रेन की 25 प्रतिशत ऊर्जा की ज़रूरतें पूरी होती हैं.
लेकिन 3 मर्च की रात 2.30 बजे रूसी सेना ने इन 6 रिएक्टरों से कुछ ही मीटर की दूरी पर हमला कर दिया था. बम अगर थोड़ी और आगे गिरा होता, तो जपोरिजिया न्यूक्लीयर पॉवर प्लांट के परमाणु रिएक्टर में धमाका हो सकता था जो महाविनाश का कारण बनता. हालांकि इस हमले के लिए अब रूस ने यूक्रेन को ही ज़िम्मेदार बता दिया है.
जेलेंस्की ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि मानव इतिहास में ऐसा पहली बार है कि कोई आतंकी देश परमाणु आतंक पर उतर आया है.
पुतिन ने किए भ्रष्टाचार विरोधी कानून पर हस्ताक्षर
इसी बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक भ्रष्टाचार विरोधी कानून पर हस्ताक्षर किए हैं. इस कानून के तहत जिन अधिकारियों के बैंक खातों में पिछले तीन वर्षों में उनकी घोषित आय से ज़्यादा पैसा है, तो
उनके खाते से पैसा जब्त करने की संभावना होगी.