पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारतीय संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के मुद्दे को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की विधायिका के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए उठाया. उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर ‘मकसद’ को उठाना जारी रखेगा.
जरदारी ने कहा, ‘अफजल गुरु को फांसी देना न्यायिक प्रक्रिया का उल्लंघन है और इसने कश्मीरी लोगों को क्रोधित किया है.’ उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों से अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन, पत्रकार और बुद्धिजीवी इस मुद्दे पर विचार करने को विवश हुए हैं.
पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने कहा, ‘हमारा मानना है कि कश्मीर मुद्दे का कोई भी समाधान कश्मीरियों पर केंद्रित होना चाहिए. उन्हें अकेले इसका मुख्य लाभार्थी होना चाहिए. स्थायी समाधान के लिए कश्मीरियों को संवाद प्रक्रिया से जोड़ा जाना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और भारत को आतंकवादियों को एजेंडा को लेकर हुक्म चलाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए क्योंकि संपर्क और संवाद से ही कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का हल हो सकता है.