पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने लीबिया में पाकिस्तानी मूल की महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटना पर रिपोर्ट मांगी है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, ये कार्यकर्ता गाजा के लिए सहायता सामग्री ले जा रहे काफिले का हिस्सा थे, जिसमें दो बहनें भी थीं. इनकी मंशा इजरायली नाकेबंदी तोड़ने की थी.
राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा, 'राष्ट्रपति जरदारी ने छेड़खानी की खबर पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने संबंधित मंत्रालय से इस बाबत रिपोर्ट मांगी है.'
लीबिया के उप प्रधानमंत्री अवाद अल-बारासी ने दोनों बहनों से अस्पताल में भेंट की. उन्होंने कहा कि मंगलवार को अपहरण की घटना के दिन दोनों बहनें दो पुरुष सहयोगियों के साथ यात्रा कर रही थीं. ये सभी ब्रिटेन लौटने का फैसला करने के बाद लीबिया में बेनघाजी हवाई अड्डे जा रहे थे.
तुर्की के मानवीय राहत संगठन के अनुसार वे अपने साथ 10 गाड़ियों में चिकित्सा सामग्री भरकर ले जा रहे थे. उन्होंने अपने काफिले का नाम 2010 के जानलेवा दुघर्टना में शामिल जहाज के सम्मान में 'मावी मारमारा' रखा था.
ब्रिटिश मीडिया के अनुसार घटना में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अपराधी लीबियाई सेना से ताल्लुक रखते हैं.