पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने 28 फरवरी को इस्तीफा देने की घोषणा की है. पिछले 600 वर्षों में ऐसा करने वाले वह पहले पोप होंगे.
प्रवक्ता फेडरिको लोम्बार्डी ने कहा, ‘पोप ने घोषणा की है कि वह 28 फरवरी को शाम आठ बजे अपने मंत्रालय से इस्तीफा देंगे.’पोप के इस निर्णय के बाद नए पोप के चुनाव के लिए मार्च में कॉन्क्लेव होने की संभावना है. वेटिकन सिटी को मार्च के अंत से पहले नए पोप का चुनाव करना होगा.
पोप बेनेडिक्ट द्वारा 28 फरवरी को पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद उनके भाई का कहना है कि वह इस बात को महीनों पहले से जानते थे.
जॉर्ज रात्जिंगर ने कहा कि उनके 85 वर्षीय भाई व पोप ‘इस उम्र में बोझ (पद का भार) महसूस कर रहे थे.’ उन्होंने कहा कि उनके इस्तीफे की वजह है. वे अपनी बढ़ती उम्र के कारण काफी बोझ महसूस करने लगे थे. इस योजनाबद्ध इस्तीफे के संबंध में मैं पहले से जानता था.
पोप के इस्तीफे की खबर आते ही फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों ने एक मिनट के भीतर प्रतिक्रिया व्यक्त किया. पोप के निर्णय को ‘उत्कृष्ट रूप से सम्मानजनक’ बताते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा होलांदे ने कहा कि उनका देश ‘ऐसा निर्णय लेने वाले पोप की प्रशंसा करता है’. फ्रांस के ज्यादातर नागरिक कैथोलिक हैं.
जर्मनी की चांसलर और एक पास्टर की बेटी एंजला मर्केल ने कहा कि जर्मनी में जन्मे पोप के इस ‘कठिन’ निर्णय के लिए उनके मन में ‘बहुत सम्मान’ है. एंजला ने कहा, ‘वह हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक विचारकों में से एक हैं और रहेंगे.’
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा कि ‘लाखों लोगों के धार्मिक नेता के तौर पर लोग पोप को बहुत याद करेंगे.’ इस्राइल के प्रमुख अश्केनजाई रब्बी योना मेत्जेर ने यहूदीवाद और ईसाइयत के बीच संबंधों को सुधारने के लिए पोप की तारीफ की.
दूसरी आरे 16वें पोप बेनेडिक्ट के इस्तीफे की घोषणा के साथ ही नया पोप कौन बनेगा इसको लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं. अटकलें लगायी जा रही हैं कि 16वें पोप बेनेडिक्ट के बाद नया पोप कनाडा या नाइजीरिया का नागरिक होगा.फिलहाल जिन नामों को लेकर विशेष चर्चा चल रही है उनमें नाइजीरिया के फ्रांसिस एरिन्ज, घाना के पीटर तुर्कसन और कनाडा के मार्क ओलेट का नाम प्रमुख है.