प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं. स्थानीय समयानुसार शनिवार को उन्होंने क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. नरेंद्र मोदी बतौर पीएम अब तक 8 बार अमेरिका का दौरा कर चुके हैं और अब नौवीं यात्रा पर हैं. विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 23 सितंबर तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे.
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जो 21 सितंबर को डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित हुआ. यह सम्मेलन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मेजबानी में आयोजित हुआ. इसके बाद 22 सितंबर को वह न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. पीएम मोदी अपने दौरे के आखिरी दिन 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र के 'समिट ऑफ द फ्यूचर' में भी हिस्सा लेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में जेएफके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गए हैं. यहां प्रधानमंत्री यूनाइटेड नेशन के एक सबमिट में हिस्सा लेंगे, जिसका थीम सबमिट ऑफ द फ्यूचर रखा गया है. पीएम मोदी ने इस बारे में एक एक्स पोस्ट में जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जो बाइडेन ने खास मुलाकात की और इस दौरान कई पहलुओं पर चर्चा हुई. पीएम ने अपने एक्स हैंडल पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की और कहा, "सांस्कृतिक जुड़ाव को गहरा करने और सांस्कृतिक संपत्तियों की अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने पर बात हुई. मैं राष्ट्रपति बाइडेन और अमेरिकी सरकार का अत्यंत आभारी हूं कि उन्होंने 297 अमूल्य पुरावशेषों को भारत को वापस लौटाया है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका में हैं और यहां फिलाडेलफिया में उन्होंने QUAD समिट में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात की. दोनों नेताओं ने एमक्यू-9बी ड्रोन सौदे पर चर्चा की, रक्षा संबंधों को मजबूत करने और आईएसआर क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के फिलाडेलफिया में QUAD समिट के समापन के बाद न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुए हैं. यहां वह यूनाइटेड नेशन में आयोजित होने वाले सबमिट ऑफ द फ्यूचर (SOTF) में शिरकत करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने QUAD शिखर सम्मेलन से इतर ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के साथ द्विपक्षीय बैठक की. इससे पहले दोनों नेताओं ने क्वाड शिखर सम्मेलन और कैंसर मूनशॉट इवेंट में शिरकत की.
क्वाड शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने जापानी पीएम फुमियो किशिदा से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने भारत-जापान सहयोग को और गहरा व मजबूत बनाने पर चर्चा की. पीएम मोदी ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को आगे बढ़ाने में पीएम किशिदा के नेतृत्व के लिए उनका धन्यवाद दिया.
कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने वाला दुनिया का पहला देश बनने की राह पर है.
कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, 'हम अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत में कैंसर पर काम कर रहे रिसर्च इंस्टीट्यूट्स के साथ सहयोग कर रहे हैं. सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ उपायों के संबंध में, हमने चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं का समर्थन किया है, तकनीकी सहयोग की पेशकश की है और ऐसे प्रयास आगे भी जारी रहेंगे.'
कैंसर मूनशॉट इवेंट में बाइडेन ने कहा कि हर साल, इंडो-पैसिफिक में 150,000 महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से मर जाती हैं. हम ये नहीं होने देंगे.
कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'रेडियोथेरेपी इलाज और कैपेसिटी बिल्डिंग में भी भारत सहयोग करेगा. मुझे खुशी है कि हिंद-प्रशांत देशों के लिए GAVI और QUAD की पहलों के अंतर्गत भारत से 40 मिलियन वैक्सीन डोज का योगदान दिया जाएगा. ये 4 करोड़ वैक्सीन डोज करोड़ों लोगों के जीवन में आशा की किरणें बनेंगी. जैसा कि आप देख सकते हैं कि जब क्वाड कार्रवाई करता है, तो यह सिर्फ देशों के लिए नहीं होता है, यह लोगों के लिए होता है. यह हमारे मानव-केंद्रित दृष्टिकोण का सच्चा सार है.'
कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इसके साथ ही भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना चला रहा है और सभी को सस्ती कीमत पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष केंद्र भी स्थापित किए गए हैं. भारत ने सर्वाइकल कैंसर के लिए अपना टीका भी विकसित कर लिया है और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से नए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल भी शुरू किए जा रहे हैं. भारत अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करने के लिए तैयार है. आज कैंसर केयर में काम करने वाले भारत के कई विशेषज्ञ इस कार्यक्रम में हमारे साथ जुड़े हैं. भारत का विजन है- वन अर्थ, वन हेल्थ. इसी भावना से मैं क्वाड मूनशॉट इनिशिएटिव के तहत 7.5 मिलियन डॉलर के सैंपलिंग किट, डिटेक्शन किट और टीकों के समर्थन की घोषणा करता हूं.'
कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए राष्ट्रपति बाइडेन का हार्दिक अभिनंदन करता हूं. यह सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण हेल्थ केयर के लिए हमारे साझे दृढ़ संकल्प को दर्शाता है. कोविड महामारी के दौरान हमने इंडो-पैसिफिक के लिए क्वाड वैक्सीन इनिशिएटिव लिया था और मुझे खुशी है कि क्वाड में, हमने सर्वाइकल कैंसर जैसी चुनौती का मिलकर सामना करने का निर्णय लिया है. कैंसर केयर में, इलाज के लिए सहयोग आवश्यक है. भारत में बड़े पैमाने पर एक बहुत ही सस्ता सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग कार्यक्रम चल रहा है.'
क्वाड नेताओं ने हिंद महासागर में नेतृत्व के लिए पीएम मोदी और भारत की सराहना की.
क्वाड शिखर सम्मेलन में जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने कहा, 'हिंद-प्रशांत के भविष्य पर चर्चा करने के लिए क्वाड नेताओं से मिलना खुशी की बात है. मैं जो बाइडेन की मित्रता और आपके नेतृत्व के लिए अपना आभार व्यक्त करता हूं. अपने कार्यकाल के दौरान, मैंने अपने गृह नगर हिरोशिमा में हुई पिछली बैठक के बाद क्वाड के प्रयासों पर लगातार जोर दिया है. मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री के रूप में मेरी आखिरी विदेश यात्रा के लिए इस बैठक से बेहतर कुछ नहीं हो सकता था. हमारे आसपास का सुरक्षा वातावरण लगातार गंभीर होता जा रहा है और कानून के शासन पर आधारित स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था खतरे में है. ऐसे में, हमारे लिए, क्वाड के लिए, जो स्वतंत्रता और लोकतंत्र जैसे मूल्यों को साझा करते हैं, यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के हमारे दृष्टिकोण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दिखाना जारी रखें. एफओआईपी (फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक) को साकार करने के लिए क्षेत्रीय देशों के साथ कोऑर्डिनेट करना और ठोस कार्यों द्वारा हमारे दृष्टिकोण को साकार करना जरूरी है. मैं आज एक सार्थक चर्चा की उम्मीद करता हूं ताकि हम ASEAN, दक्षिण एशिया और प्रशांत द्वीप समूह सहित क्षेत्रीय देशों की आवाज सुन सकें और व्यावहारिक सहयोग को और बढ़ावा दे सकें जो क्षेत्र के लिए वास्तविक लाभ होगा.'
क्वाड शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा, 'जब समान विचारधारा वाले देश और हमारे चार महान लोकतंत्र एक साथ काम करेंगे तो हम हमेशा बेहतर रहेंगे. क्वाड जैसी साझेदारियां हमें साझा जिम्मेदारियों और लक्ष्यों पर चर्चा करने और स्थायी स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं. यही कारण है कि हम आज अपने हिंद-प्रशांत पड़ोसियों, अपने मित्रों और अपने साझेदारों के साथ काम करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
क्वाड शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा, 'दोस्तों के बीच यहां आना बहुत सुखद है. प्रधानमंत्री मोदी अगले साल हमारी मेजबानी करेंगे और मैं इसके लिए भी उत्सुक हूं. कुछ इंटरनेशनल फोरम के विपरीत, क्वाड का कोई लंबा इतिहास नहीं है. हम इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो मानव इतिहास में दुनिया का सबसे तेजी से विकसित होने वाला क्षेत्र है. इसके साथ अपार अवसर भी आते हैं, लेकिन कुछ चुनौतियां भी आती हैं. क्वाड के माध्यम से हमारे चार देश सहयोग करते हैं और हम अपने समुदायों के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के सामने आने वाले मुद्दों पर कोऑर्डिनेट करते हैं. क्वाड के माध्यम से, हम क्षेत्र में देशों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में योगदान देने के लिए अपने महत्वपूर्ण संसाधनों और विशेषज्ञता का लाभ उठाते हैं. हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम इस दृष्टिकोण पर जोर दें कि राष्ट्रीय संप्रभुता महत्वपूर्ण है. सुरक्षा और स्थिरता ऐसी चीज है जिसके लिए हम प्रयास करते हैं.'
क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी बैठक ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया तनाव और संघर्ष से घिरी हुई है. ऐसे में QUAD का साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर मिलकर काम करना संपूर्ण मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम किसी के खिलाफ नहीं हैं. हम सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और सभी मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं. स्वतंत्र, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है. हमने मिलकर स्वास्थ्य, सुरक्षा, टेक्नोलॉजी, जलवायु परिवर्तन और कैपेसिटी बिल्डिंग जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहल की हैं. हमारा संदेश स्पष्ट है- क्वाड यहां रहने, सहायता करने, साझेदारी करने और पूरक बनने के लिए है. मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और मेरे सभी सहयोगियों को बधाई देता हूं. हमें 2025 में भारत में क्वाड लीडर्स समिट आयोजित करने में खुशी होगी.'
क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मुझे अपने तीसरे कार्यकाल के शुरुआत में ही क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेने में बहुत खुशी हो रही है. आपके (बाइडेन) नेतृत्व में, 2021 का पहला शिखर सम्मेलन (QUAD) आयोजित किया गया था. इतने कम समय में, हमने हर दिशा में अभूतपूर्व तरीके से अपना सहयोग बढ़ाया है. आपने इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. क्वाड में आपकी मजबूत प्रतिबद्धता और योगदान के लिए मैं आपको तहे दिल से धन्यवाद देता हूं.'
क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'हम लोकतांत्रिक देश हैं जो जानते हैं कि काम कैसे करना है. यही कारण है कि मेरे राष्ट्रपति बनने के शुरुआती दिनों में ही, मैं आप सभी से मिला, आप सभी के देश गया, यह प्रस्तावित करने के लिए कि हम क्वाड को और अधिक परिणामी बना रहे हैं. 4 साल बाद, हम चार देश पहले से कहीं अधिक रणनीतिक रूप से एकजुट हैं. आज हम इंडो-पैसिफिक के लिए सकारात्मक प्रभाव की पहल की एक सीरीज की घोषणा कर रहे हैं जिसमें हमारे क्षेत्रीय साझेदारों को नई समुद्री टेक्नोलॉजी प्रदान करना शामिल है ताकि वे जान सकें कि उनके जल क्षेत्र में क्या हो रहा है. पहली बार तट रक्षकों के बीच सहयोग शुरू करेंगे और दक्षिण-पूर्व एशिया के छात्रों को शामिल करने के लिए क्वाड फेलोशिप का विस्तार करेंगे. इसलिए मैं यहां आने के लिए आप सभी को फिर से धन्यवाद देना चाहता हूं. चुनौतियां आएंगी, दुनिया बदल जाएगी, क्वाड यहीं रहेगा, मुझे विश्वास है.'
क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले क्वाड नेताओं पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज और जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने फोटो खिंचाई.
प्रधानमंत्री क्वाड सम्मेलन में पहुंच चुके हैं. क्वाड मीटिंग के वेन्यू पर राष्ट्रपति बाइडेन ने उनका स्वागत किया.
प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय वार्ता के बाद जो बाइडेन के घर से निकल चुके हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति उन्हें बाहर तक छोड़ने आए और गले लगाकर विदा किया.
पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद जो बाइडेन ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में सबसे अधिक मजबूत है.
डेलावेयर में बाइडेन के घर पर पीएम मोदी के साथ चल रही उनकी द्विपक्षीय वार्ता खत्म हो गई है. विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. पीएम मोदी डेलावेयर स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति के आवास से निकल गए हैं.
दोनों नेताओं के बीच बातचीत में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव, भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद हैं. जो बाइडेन ने पीएम मोदी का गले लगाकर स्वागत किया. दोनों नेता गर्मजोशी से मिले. अमेरिकी राष्ट्रपति हाथ पकड़कर प्रधानमंत्री को घर के अंदर ले गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्विपक्षीय बातचीत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के घर पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत शुरू हो गई है. डेलावर में बाइडेन के घर पर ये वार्ता हो रही है.
पीएम मोदी ने फिलाडेल्फिया हवाई अड्डे पर वहां मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की. लोगों ने भारत और पीएम मोदी के समर्थन में नारे लगाए.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम करीब 7.45 बजे फिलाडेल्फिया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे.
राष्ट्रपति बाइडेन ने एक्स पर कहा, "आज मैं प्रधानमंत्री अल्बानीज़, मोदी और किशिदा का अपने घर डेलावेयर में स्वागत करूंगा. ये नेता न केवल एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं, वे मेरे और हमारे राष्ट्र के मित्र हैं. मैं आगे शिखर सम्मेलन में हम जो कुछ भी हासिल करेंगे, उसके लिए तत्पर हूं."

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश के विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने शनिवार को कहा कि मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं करेंगे. यूनुस विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
सोर्स: पीटीआई
फिलाडेल्फिया इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाहर लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है, जहां पीएम मोदी का प्लेन लैंड किया. भारतीय समुदाय के एक सदस्य ने कहा, "हम मोदी जी के सांस्कृतिक राजदूत के रूप में अमेरिका में रहते हैं. हम मोदी जी के मार्गदर्शन का पालन करके भारत को गौरवान्वित करना चाहते हैं."
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन यूक्रेन युद्ध और क्षेत्र में चीन की गतिविधियों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति बाइडेन यूक्रेन की अपनी यात्रा के बारे में सीधे प्रधानमंत्री मोदी से सुनेंगे और वे क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर भी चर्चा करेंगे. नेता चीन और रूस के बारे में बात करेंगे".
इनपुट: रोहित शर्मा