हमास और इजरायल में छिड़ी जंग के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक बार फिर अपने ही देश में घेरते हुए नजर आ रहे हैं. राजधानी तेल अवीव और यरुशलम में शनिवार देर शाम को हजारों लोगों ने नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इजरायल में तत्काल चुनाव कराने की मांग की और आरोप लगाया कि सरकार अपने फायदे के लिए काम कर रही है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 130 से ज्यादा बंधकों को कैद से छुड़ाने की मांग करते हुए आगजनी भी की.
तेल अवीव में प्रदर्शन कर रहे लोगों में बंधकों के रिश्तेदार भी शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने शहर की रिंग रोड को जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों देश में तत्काल चुनाव कराने की मांग के साथ-साथ बंधकों को रिहाई की मांग कर रहे थे.
अंतरराष्ट्रीय सदस्यों की मध्यस्थता से इजरायल और हमास के बीच काहिरा में रविवार शाम को वार्ता होनी है, इस वार्ता का उद्देश्य गाजा में अस्थायी युद्धविराम समझौते और बंधकों की रिहाई पर चर्चा होनी है. इजरायली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में कम से कम 134 इजरायली और विदेशी नागरिक बंदी बने हुए हैं.
16 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार: पुलिस
इजरायल पुलिस ने शनिवार देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि पुलिस एक लोकतांत्रिक देश में विरोध करने का अधिकार है. जब तक कि वो कानूनी दायरे में रहे. पुलिस किसी भी तरह जनता की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली गड़बड़ी या लोगों की स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी खतरे की अनुमति नहीं देगी. साथ ही पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह पुलिस ने बताया कि तेल अवीव में विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया, जबकि 16 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है.
यह भी पढ़ें: गाजा में इजरायली सेना ने की एयरस्ट्राइक, खुफिया सुरंग तबाह, हमास का अहम ठिकाना नेस्तनाबूत
बता दें कि इजरायल के तेल अवीव में पिछले हफ्ते भी विरोध प्रदर्शन हुआ था. इस दौरान बंधकों के परिवार के लगभग 300 लोगों और उनके समर्थकों ने इजरायली रक्षा मुख्यालय के बाहर इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया और इजरायल सरकार से बंदियों की रिहाई के लिए तत्काल समझौता करने की मांग.
हमास के खात्मे की खाई कसम
आपको बता दें कि नेतन्याहू ने हमास के खात्मे की कसम खाई है. नेतन्याहू दो टूक कह चुके हैं कि जब तक हमास बंधकों की रिहाई नहीं कर देता है, तब तक सीजफायर नहीं किया जाएगा. इजरायल लगातार अपने हमले जारी रखेगा. क्योंकि ये हमास के सामने घुटने टेकने जैसा होगा.
यह भी पढ़ें: इजरायल-हमास युद्ध पर अमेरिकी रुख से नाराज एक्टिविस्ट, UC बर्कले को लौटाई पीएचडी की डिग्री
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इजरायल के हवाई और जमीनी हमले ने गाजा के अधिकांश हिस्से तबाह कर दिए हैं, जिसमें 28,775 लोग मारे गए हैं, जिसमें 28,775 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक भी शामिल हैं.
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (OCHA) के आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल में हमास के हमले के बाद गाजा में 32, 623 फिलिस्तीनी की मौत हो गई है, जबकि 75,092 लोग घायल हुए हैं. इजरायली आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर को हमास के हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें अधिकतर नागरिक थे.