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ठोस सबूत मिलें तो होगी सईद पर कार्रवाई: हिना

पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने शनिवार को कहा कि यदि भारत अदालत में ठोस सबूत मुहैया करा दे तो उनका देश मुम्बई आतंकवादी हमले के कथित मुख्य साजिशकर्ता एवं लश्करे तैयबा संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करेगा. खार ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए यह बात कही.

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हीना रब्बानी खार
हीना रब्बानी खार

पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने शनिवार को कहा कि यदि भारत अदालत में ठोस सबूत मुहैया करा दे तो उनका देश मुम्बई आतंकवादी हमले के कथित मुख्य साजिशकर्ता एवं लश्करे तैयबा संस्थापक हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करेगा. खार ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए यह बात कही.

खार ने कहा, 'हाफिज सईद हिरासत में था और उसके खिलाफ सबूत अदालत में नहीं टिकेंगे. हम अब भी यह कहते हैं कि हमें ऐसा कोई भी सबूत देखकर खुशी होगी, जो उसके खिलाफ अदालत में टिके।' खार से जब ये पूछा गया कि यदि भारत सईद के खिलाफ सबूत दे तो क्या पाकिस्तान उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा, इस पर उन्होंने कहा, 'हां, निश्चित रूप से कार्रवाई: होगी. वह पहले भी हिरासत में रहा है. उसके खिलाफ सबूत पर्याप्त नहीं थे और उसे इसी कारण से हिरासत से रिहा किया गया'.

'खार ने माना, भारत से माहौल बिगड़ा'

खार ने साक्षात्कार में कहा कि मुम्बई आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ माहौल बहुत खराब हो गया है. लेकिन हम मुश्किल दौर से निकल आये हैं. उस माहौल में बहुत व्यापक तरीके से सुधार किया किया गया, हमने विश्वास बनाने का प्रयास किया. हमने व्यापार सामान्य बनाने के रास्ते पर बढ़ने का निर्णय किया, जो पिछले 40 वर्ष में किसी ने नहीं किया था. भारत और पाकिस्तान ने एक-दूसरे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट हासिल करने में मदद की, जबकि WTO में यूरोपीय संघ की ओर से जब पाकिस्तान को व्यापार रियायतें दी गई तो भारत ने उसमें कोई अड़चन नहीं डाली.

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'विश्वास से हो सकती है शुरुआत'

हीना रब्बानी खार ने कहा कि क्या हम झगड़ों, सीमा विवादों और आतंकवाद को लेकर भिड़ते रहेंगे? अच्छे रिश्तों की शुरूआत हो सकती है यदि भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर थोड़ा विश्वास करना शुरू करें. पूरी तरह से विश्वास बहाली में काफी समय लगेगा. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को कश्मीर से पहले ‘कम असहमति वाले मुद्दों’ पर काम शुरू करना चाहिए. हिना ने कहा, 'हम कश्मीर मुद्दे को सैन्य तरीके से 60 सालों में नहीं सुलझा पाए हैं. शत्रुता और नफरत से इसका हल नहीं निकल सकता. क्या हम शांति को वास्तव में एक मौका नहीं दे सकते और क्या हम इन सभी मुद्दों को बातचीत की मेज पर सुलझाने के लिए परिस्थितियां, मौका और माहौल का निर्माण नहीं कर सकते'?

मनमोहन की यात्रा मार्च से पहले!

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पाकिस्तान की यात्रा करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर हिना ने कहा कि पाकिस्तान को सिंह को यात्रा के लिए आमंत्रित करने जैसे सद्भावना संकेत में बचाव की मुद्रा में नहीं आना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष में यह कई बार दोहराया है कि मनमोहन सिंह आने को इच्छुक हैं और पाकिस्तान की यात्रा करना उनकी ‘निजी इच्छा’ है. यह पूछे जाने पर कि क्या सिंह की यात्रा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी वाली सरकार मार्च में कार्यकाल समाप्त होने से पहले होगी, हिना ने कहा कि हम यही आशा करते हैं.

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इनामी है, पर खुला घूमता है सईद

बता दें कि नवम्बर 2008 में मुम्बई पर हमले के बाद जमात उद दावा को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लश्करे तैयबा का एक मुखौटा घोषित किया था और इसके प्रमुख सईद को 6 महीने से भी कम समय के लिए नजरबंद रखा गया था. बाद में उसे लाहौर हाईकोर्ट के आदेश पर रिहा किया गया. इसके बाद सईद को पाकिस्तान में होने वाली घटनाओं के लिए हिरासत में लिया गया, लेकिन फिर छोड़ दिया गया. अमेरिका ने इस वर्ष की शुरुआत में सईद पर एक करोड़ डॉलर इनाम की पेशकश की थी, लेकिन सईद लाहौर में खुले तौर पर घूमता है और वह श्रृंखलाबद्ध रैलियां आयोजित कर चुका है. इन रैलियों में वह अमेरिका और भारत के खिलाफ बोल चुका है.

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