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पाकिस्तान: मासूम बच्ची से रेप के दोषी को फांसी पर लटकाया, आधे घंटे लटका रहा शव

मासूम बच्ची के साथ हैवानियत की घटना ने पूरे पाकिस्तान को झकझोर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दखल देते हुए आरोपी को तीन दिन के अंदर गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. महज साल भर के अंदर फैसला आ गया.

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इमरान अली (फोटो टि्वटर वॉल से)
इमरान अली (फोटो टि्वटर वॉल से)

पाकिस्तान में 7 साल की एक मासूम बच्ची के साथ बलात्कार करने वाले शख्स को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया. लाहौर की कोट लखपत जेल में बुधवार सुबह उसे फांसी दी गई.

दोषी व्यक्ति का नाम इमरान अली है जिसने एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया था. मजिस्ट्रेट आदिल सरवर और बच्ची के पिता के सामने इमरान अली को फांसी दी गई. मंगलवार को सजा सुनाए जाने से पहले दोषी को अपने परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए 45 मिनट का समय दिया गया था.

इमरान अली को पुलिस ने जनवरी में गिरफ्तार किया था. पाकिस्तान के एंटी-टेररिज्म कोर्ट (एटीसी) ने अली के खिलाफ अलग-अलग मामलों में 21 मौत, तीन आजीवन कारावास और 23 साल जेल की सजा सुनाई थी.

न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान अली ने 9 लड़कियों के साथ बलात्कार कबूला जिसमें एक 7 साल की बच्ची के साथ भी हैवानियत की घटना शामिल है. मासूम बच्ची अपने रिश्तेदार के घर से गायब पाई गई थी. 9 जनवरी, 2018 को एक डंप से उसका शव बरामद किया गया था.

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बच्ची की अटॉप्सी रिपोर्ट में गला दबा कर हत्या करने का खुलासा हुआ था. उससे पहले अली ने उसके साथ बलात्कार किया था.

मासूम बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुआ था. मामला पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था, जहां कोर्ट ने तीन दिन का वक्त देते हुए आरोपी की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. बाद में जॉइंट इनवेस्टिगेशन टीम ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया था.

बच्ची के पिता और अन्य रिश्तेदार भी फांसी के वक्त मौजूद थे. फांसी दिए जाने के बाद बच्ची के पिता अमीन अंसारी ने 'बीबीसी' से कहा कि वह संतुष्ट हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, मैंने अपनी आंखों से उसका अंत होते हुए देखा. उसे फांसी दे दी गई और उसका शव आंधे घंटे तक लटका रहा.

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