पाकिस्तान में मानवाधिकारों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. वहां एक बार फिर सिख समाज की लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करवा कर निकाह का मामला सामने आया है. आरोप है कि एक दिन पहले सिख समाज की टीचर लड़की का अपहरण किया गया और दूसरे दिन परिजन को बेटी के निकाह की सूचना दे दी गई. घटना से सिख समाज में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है. घटना पीर बाबा Kpk प्रांत की है.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को सिख समाज की टीचर दीना कौर का अपहरण कर लिया गया था. रविवार को उसके परिवार को बताया गया कि दीना का निकाह हो गया है. घटना के बाद परिजन पुलिस थाने पहुंचे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. परिजन ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया है और सिख समुदाय को चुप रहने के लिए कहा है.
भारत सरकार से दखल देने की मांग
इस घटना पर बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने नाराजगी जताई है. उन्होंने ट्वीट किया और पाकिस्तान सरकार को घेरा है. सिरसा ने कहा कि एक परिवार चुपचाप अपनी बेटियों को जबरन धर्म परिवर्तन और भावनात्मक शोषण करते कैसे देख सकता है? ये बुनियादी मानवाधिकारों के खिलाफ है और हम पाकिस्तान के सिख भाइयों के समर्थन में खड़े हैं. मैं भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर जी से इस मामले में दखल देने का आग्रह करता हूं.
पाकिस्तान सरकार नहीं दे रही ध्यान
सिरसा ने कहा कि विदेश मंत्री से पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिखों के मुद्दे पर बातचीत करने का आग्रह करता हूं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा पर हमारे पहले के ट्वीट्स की अनदेखी की गई है.
पाकिस्तान में सिख समाज का विरोध प्रदर्शन
उन्होंने एक और ट्वीट किया. इसमें बताया कि सिख लड़की दीना कौर के जबरन धर्म परिवर्तन और सिख समुदाय के उत्पीड़न के खिलाफ पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
मई में दो सिखों की हत्या कर दी गई थी
बता दें कि इससे पहले मई महीने में पाकिस्तान के पेशावर में दो सिखों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में भारत की ओर से कड़ा विरोध दर्ज कराया गया था. भारत सरकार के प्रवक्ता ने कहा था कि हमने पेशावर में अज्ञात हथियारबंद लोगों द्वारा दो सिख व्यापारियों की नृशंस हत्या की रिपोर्ट देखी है. दुख की बात है कि यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय सिखों पर हमले होते रहे हैं.
भारत सरकार ने दर्ज कराया था विरोध
सरकार के प्रवक्ता ने कहा था कि इस चौंकाने वाली घटना पर भारतीय समाज और सिख समुदाय के विभिन्न वर्गों ने गंभीर चिंता व्यक्त की है. हमने अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को लगातार निशाना बनाए जाने पर पाकिस्तान सरकार के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है. हम संबंधित अधिकारियों से मामले की ईमानदारी से जांच करने और इस निंदनीय घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आह्वान करते हैं.