scorecardresearch
 

पाकिस्तान में ब्लैक मंडे: बिजली ग्रिड फेल होने से मेट्रो ठप, ऑपरेशन थियेटर बंद, दफ्तरों पर लटके ताले

पाकिस्तान में सुबह 7.30 बजे से ही बिजली गुल है. बिजली संकट से पाकिस्तान में जनजवीन थम सा गया है. बिजली सप्लाई ठप पड़ने से लाहौर सहित कुछ शहरों में मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई हैं. बिजली सप्लाई ठप पड़ने से कई कारखाने बंद पड़े हैं. इस्लामाबाद में सरकारी अस्पतालों को अपने ऑपरेशन थिएटर बंद करने पड़े हैं.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

पाकिस्तान के लिए सोमवार का दिन वाकई में ब्लैक मंडे साबित हुआ. देश का एक बड़ा हिस्सा सुबह 7.30 बजे से अंधेरे में डूबा हुआ है. कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, पेशावर और क्वेटा जैसे बड़े शहर लगभग 12 घंटे से बिना बिजली के हैं. इससे पाकिस्तान के करोड़ों लोग प्रभावित हुए हैं. अब खबर है कि रात 10 बजे से पहले पाकिस्तान में बिजली सप्लाई बहाल नहीं होगी. 

कहा जा रहा है कि पाकिस्तान का इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम बहुत पेचीदा है और नेशनल ग्रिड फेल होने से पाकिस्तान में अंधेरा छाया हुआ है. लेकिन नेशनल ग्रिड फेल होने से पाकिस्तान लगभग थम गया है. 

कई शहरों में थम गई मेट्रो की रफ्तार

बिजली सप्लाई ठप पड़ने से लाहौर सहित कुछ शहरों में मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई हैं. लाहौर से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक मेट्रो को बीच ट्रैक पर खड़े देखा जा सकता है, जिसके बाद मेट्रो के इमरजेंसी दरवाजे से यात्रियों को बाहर निकलते और ट्रैक के बगल से पैदल जाते देखा जा सकता है. लाहौर में सोमवार को मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगे क्लोजिंग नोटिस देखे गए. 

बिजली सप्लाई बाधित होने से एयरपोर्ट पर कामकाज प्रभावित होने की खबर थी. लेकिन पाकिस्तान के सिविल एविएशन अथॉरिटी ने बयान जारी कर बताया कि बिजली संबंधी दिक्कतों को अब सुलझा लिया गया है. देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर अब कामकाज सामान्य तरीके से चल रहा है. हम स्टैंडबाई पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

Advertisement

बिजली सप्लाई ठप पड़ने से अस्पताल, कारोबार प्रभावित

सोमवार को पाकिस्तान के अंधेरे में डूबने से सामान्य कामकाज प्रभावित हुआ है. सोमवार को बिजली सप्लाई ठप पड़ने से कई कारखाने बंद पड़े हैं. इस्लामाबाद में सरकारी अस्पतालों को अपने ऑपरेशन थिएटर बंद करने पड़े हैं जबकि कराची में कुछ अस्पतालों में बैकअप बिजली पर काम हो रहा है. 

पाकिस्‍तान के नेशनल ग्रिड में गड़बड़ी

पाकिस्‍तान के ऊर्जा मंत्रालय ने सोमवरा सुबह बयान जारी कर बताया था कि नेशनल ग्रिड में सुबह 7.34 मिनट पर गड़बड़ी आई. बिजली सप्लाई बहाल करने के प्रयास जारी हैं.इस्लामाबाद बिजली सप्लाई कंपनी के 117 ग्रिड स्टेशनों की बिजली सप्लाई भी बाधित हुई है, जिससे देश का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूब गया है. बिजली नहीं होने से मेट्रो सेवा भी प्रभावित हुई है, जिससे यात्रियों को बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

क्वेटा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी (QESCO) के मुताबिक सिंध के गुड्डू क्षेत्र से क्वेटा जाने वाली दो ट्रांसमिशन लाइन ट्रिप हो गईं. इसके चलते क्वेटा समेत बलूचिस्तान के 22 जिलों में बिजली संकट खड़ा हो गया है. कराची के कई इलाकों में भी बिजली गुल हुई है.

नेशनल ग्रिड कैसे ठप हुआ?

सोमवार सुबह 7.30 बजे देश का नेशनल ग्रिड ठप पड़ गया, जिससे बिजली सप्लाई बाधित हुई. इसके बाद देश के ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर को सामने आकर कहना पड़ा कि नेशनल ग्रिड में गड़बड़ी की वजह से यह ब्लैकआउट हुआ है. लेकिन हम इसे दुरुस्त करने में लगे हुए हैं. 

Advertisement

उन्होंने बताया कि सर्दियों में बिजली की मांग घट जाती है, जिस वजह से रात में पावर जेनरेशन सिस्टम अस्थाई तौर पर बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन जब सोमवार सुबह इन्हें चालू किया गया तो वोल्टेज में उतार-चढ़ाव देखा गया और इसके तुरंत बाद एक के बाद एक कर पावर जेनरेटिंग यूनिट बंद हो गईं.

संकट कितना विकराल?

पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्री दस्तगीर ने हालांकि डंके की चोट पर कहा है कि यह कोई बहुत बड़ा संकट नहीं है. देश के कुछ पावर ग्रिड को रिस्टोर किया जा चुका है. खैबर पख्तूनख्वाह के ग्रिड स्टेशनों के रिस्टोर किया गया है. 

लेकिन डॉन की ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि स्थानीय समयानुसार रात 10 बजे से पहले पाकिस्तान में पूरी तरह से बिजली सप्लाई को बहाल नहीं किया जा सकेगा. 

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि सुबह से देस में पावर ब्रेकडाउन है. देश में सत्ता में बैठे अयोग्य लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने देश को लूटकर पैसे को बाहर भेज दिया है. 

पत्रकार हरिस तोहिद ने इस ब्रेकडाउन पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस बिजली संकट से देश के आम लोगों में और डर बढ़ गया है. उन्हें लगने लगा है कि अब देश गंभीर ऊर्जा संकट की ओर बढ़ रहा है.

Advertisement

पाकिस्तान में महंगी होती बिजली

पाकिस्तान के नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी ने पिछले दिनों कराची में बिजली की दरों में 3.30 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की थी. इसके अलावा अलग-अलग कंज्यूमर कैटेगरी के लिए बिजली दरों में 1.49 रुपये से 4.46 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई थी.

नए रेट लागू होने के बाद से कंज्यूमर्स को 43 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है. इस पर सरकार बिजली कंपनियों को 18 रुपये प्रति यूनिट की दर से सब्सिडी भी दे रही है. बिजली संकट से पार पाने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने दिसंबर 2022 में बाजार और रेस्टोरेंट को रात 8 बजे बंद करने का फैसला लिया था.

भारत की तुलना में करीब चार गुना अधिक कीमत बिजली के लिए पाकिस्तान की जनता को चुकानी पड़ रही है. भारत में रेसिडेंशियल बिजली बिल की औसत दर 6 से 9 रुपये प्रति यूनिट है. वहीं, कमर्शियल इस्तेमाल के लिए बिजली की दर औसतन 10 से 20 प्रति यूनिट है. एक तरफ पाकिस्तान की जनता के लिए हर सुबह नई चुनौती लेकर आ रही है. दूसरी तरफ उसकी अपनी सरकार लोगों को झटके पर झटके दिए जा रही है.

एक के बाद एक पाकिस्तान पर पड़ती मार

पाकिस्तान की माली हालत किसी से छिपी नहीं हुई है. यहां आर्थिक संकट बद से बदतर होता जा रहा है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 4.343 अरब डॉलर रह गया है, जिसमे पाकिस्तान बेमुश्किल दो हफ्ते ही निकाल पाएगा. खाद्यान्न संकट की पहले से ही मार झेल रहा पाकिस्तान अब बिजली संकट से घिर गया है. 

Advertisement

पाकिस्तान में महंगाई आसमान छू रही है. यहां महंगाई दर 25 फीसदी के आसपास है. गेहूं संकट ने विकराल स्थिति खड़ी कर दी है. देश गेहूं के लिए तरस रहा है. यहां मांग की तुलना में सप्लाई बहुत कम है, जिससे खाने के लाले पड़ गए हैं. कर्जे के नीचे दबा पाकिस्तान कंगाली की दहलीज पर खड़ा है. 

Advertisement
Advertisement