पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति को भ्रष्ट कहा है. बुधवार को मीडिया से बातचीत में गृह मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ दिन पहले उज्बेकिस्तान में अशरफ गनी को समझाने की बहुत कोशिश की थी, मैं भी उस मीटिंग में था लेकिन वह गलतफहमी से पीड़ित थे.
इमरान खान ने कहा था कि जैसा अशरफ गनी सोच रहे हैं वैसा नहीं होगा और इमरान खान की बात सही निकली. उनके दिमाग में एक फितूर था और हर करप्ट आदमी चाहता है कि वो मुल्क से लूटी हुई दौलत लेकर भागे.
शेख रशीद अहमद ने आगे यह भी बताया कि अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान बॉर्डर से एक भी तालिबानी को घुसने नहीं दे रहे हैं और न ही वो हमारे तरफ आ रहे हैं. सिर्फ दूसरे देश के पत्रकार और राजनायिक को ही प्रवेश दे रहे है. बॉर्डर पर अभी कोई दिक्क्त नहीं है. हमें उम्मीद है कि अफगानिस्तान में हालात जल्द ठीक होंगे.
18 August 2021
— Sheikh Rashid Ahmed (@ShkhRasheed) August 18, 2021
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इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने का समर्थन किया था. इमरान खान ने यहां तक कहा था कि अफगानों ने गुलामी की बेड़ियों को तोड़ दिया है.
इमरान खान ने कहा कि आधीन दिमाग कभी बड़े निर्णय नहीं ले सकते हैं. पाकिस्तान पर पहले ही तालिबान विद्रोह के समर्थन का आरोप लगता रहा है. शायद यही वजह है कि अफगानिस्तान में 20 वर्षों की शांति के बाद जब अमेरिका ने अपने सैनिकों को वापस बुलाया तो फिर से तालिबान एक्टिव हो गया.