एक पायलट को जनजाति समूह ने किडनैप कर लिया और फिर तस्वीर जारी करते हुए चेतावनी दी है. यह पायलट न्यूजीलैंड का रहने वाला है. उसकी पहचान पायलट कैप्टन फिलिप मेहरटेन्स के तौर पर हुई है. उन्हें बीते हफ्ते ही बंधक बना लिया गया था. मामला इंडोनेशिया के पापुआ क्षेत्र का है. जनजाति समूह के विद्रोहियों ने कुछ तस्वीरें और वीडियो भी जारी की हैं.
फिलिप 7 मई को पैरो नाम के गांव में विमान से आए थे. उनका काम यहां से 15 कन्स्ट्रक्शन वर्कर्स को वापस लेकर जाना था. जो पापुआ प्रांत के सुदूर इलाके में स्वास्थ्य केंद्र बना रहे हैं. लेकिन जमीन पर उतरते ही उनका अपहरण कर लिया गया. विद्रोहियों ने उनके विमान में आग लगा दी और उसमें सवार पांच लोगों को तो छोड़ दिया, लेकिन फिलिप को नहीं जाने दिया. साथ ही मांग की है कि इंडोनेशिया पापुआ की आजादी को मान्यता दे.

पायलट से बुलवाई अपनी मांग
एक वीडियो में फिलिप राइफल्स, भाले और धनुष और तीर रखने वाले विद्रोहियों से घिरे हुए दिख रहे हैं और दबाव में आकर इंडोनेशिया से पापुआ की आजादी की मांग कर रहे हैं. एक अन्य वीडियो में विद्रोहियों के नेता इगियानस कोगोया को कहते सुना जा सकता है, 'मैंने इसे पापुआ की आजादी के लिए बंधक बनाया है, खाने-पीने के लिए नहीं. वह मेरे साथ तब तक सुरक्षित रहेगा, जब तक इंडोनेशिया अपने हथियारों का इस्तेमाल न तो हवा में करे और न ही जमीन पर करे.' इंडोनेशिया के अधिकारी पायलट को बचाने की कोशिशें कर रहे हैं. इस क्षेत्र में बीते एक साल से हिंसा बढ़ रही है. यहां दर्जनों विद्रोही, सुरक्षा बल और नागरिकों को मारा गया है.
कई देशों को ठहराया जिम्मेदार
अपहरण के लिए जिम्मेदार वेस्ट पापुआन नेशनल लिबरेशन आर्मी (टीपीएनपीबी) ने ऑस्ट्रेलिया को चेतावनी जारी की है. टीपीएनपीबी सशस्त्र विंग के एक प्रवक्ता सेबी सैम्बोम ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा, 'यह पायलट न्यूजीलैंड का नागरिक है.'

उसने कहा, 'टीपीएनपीबी न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, अमेरिका, यूरोप, सभी को जिम्मेदार मानता है. अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने इंडोनेशियाई सरकार का समर्थन किया है, इंडोनेशियाई राष्ट्रीय पुलिस को प्रशिक्षित किया है, 1963 से आज तक हम पश्चिमी पापुआ के लोगों को मारने के लिए हथियारों की आपूर्ति की है. उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.'