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अदन की खाड़ी में LPG ले जा रहे जहाज पर मिसाइल हमला, लगी भीषण आग, मालिक और ऑपरेटर हैं भारतीय

यमन के पास अदन की खाड़ी में शनिवार को एक जहाज पर मिसाइल हमले से आग लग गई. ब्रिटिश सेना के अनुसार, यह कैमरून ध्वज वाला एलपीजी टैंकर था, जो ओमान से जिबूती जा रहा था.

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यमन तट के पास अदन की खाड़ी में एलपीजी ले जा रहे जहाज पर मिसाइल हमला हुआ. (File Photo: Reuters)
यमन तट के पास अदन की खाड़ी में एलपीजी ले जा रहे जहाज पर मिसाइल हमला हुआ. (File Photo: Reuters)

यमन के तट से लगभग 210 किलोमीटर पूर्व की ओर अदन की खाड़ी में शनिवार को एक जहाज पर अनजान मिसाइल से हमला हुआ, जिससे जहाज में भीषण आग लग गई. ब्रिटिश सेना ने इसकी पुष्टि की है. एक रिपोर्ट के अनुसार चालक दल जहाज छोड़ने की तैयारी कर रहा है. यह घटना यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा रेड सी कॉरिडोर में जहाजों पर हमलों की पृष्ठभूमि में हुई है. हालांकि हूती विद्रोहियों ने अब तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) ने अलर्ट जारी कर कहा, 'एक जहाज पर अनजान मिसाइल से हमला हुआ, जिससे आग लग गई. अधिकारी जांच कर रहे हैं.' मैरीटाइम सिक्योरिटी फर्म एम्ब्रे (Ambrey) के मुताबिक, 'जहाज पर कैमरून का राष्ट्रीय ध्वज लगा है. यह फाल्कन जहाज हो सकता है, जो एक एलपीजी टैंकर है. यह ओमान के सोहर से जिबूती जा रहा था. रेडियो कम्युनिकेशन से पता चला है कि चालक दल जहाज को छोड़ने की तैयारी में है. जहाज के आसपास सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.'

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जहाज के मालिक और ऑपरेटर हैं भारतीय

न्यूयॉर्क स्थित संगठन 'यूनाइटेड अगेंस्ट न्यूक्लियर ईरान' ने पहले इसे ईरानी 'घोस्ट फ्लीट' का हिस्सा बताया था, जो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बावजूद तेल उत्पादों की ढुलाई करता है. इस जहाज के मालिक-ऑपरेटर भारतीय हैं. इजरायल-हमास युद्ध के दौरान हूतियों ने लाल सागर में इजरायल और उसके सहयोगी देशों की जहाजों पर हमले करके वैश्विक सुर्खियां बटोरीं. हूतियों ने दावा किया कि उनका यह कदम इजरायल पर युद्ध रोकने के लिए दबाव बनाने के लिए है.

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लाल सागर में हूती करते हैं जहाजों पर हमले

गत 10 अक्टूबर से गाजा पट्टी में हमास और इजरायली रक्षा बलों के बीच सीजफायर लागू होने के बाद से हूती विद्रोहियों ने किसी जहाज पर हमले का कोई दावा नहीं किया. हूतियों के हमलों में कम से कम चार जहाज डूबे और नौ नाविक मारे गए. इससे लाल सागर में जहाजों का आवागमन बाधित हुआ, जहां से सालाना 1 ट्रिलियन डॉलर की माल ढुलाई होती है. हूती विद्रोहियों का लाल सागर में हालिया हमला 29 सितंबर को डच जहाज 'मिनर्वाग्राच्ट' पर हुआ था, जिसमें एक चालक दल सदस्य मारा गया और एक घायल हुआ था.

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इस बीच, हूतियों ने सऊदी अरब को धमकियां दी हैं और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों व अन्य सहायता समूहों के दर्जनों कर्मचारियों को जासूस बताकर बंधक बनाया है. यूएन और अन्य वैश्विक एजेंसियों ने हूती विद्रोहियों के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है. इस क्षेत्र में तनाव के बीच यह हमला शिपिंग सुरक्षा पर नया खतरा पैदा करता है.

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