अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने विशाल आकाशगंगा के निर्माण के शुरुआती चरण की एक झलक पाने में सफलता हासिल की है. निर्माण स्थल को ‘स्पार्की’ करार दिया गया. वह घना गैलेक्टिक अंतर्भाग है, जो तेजी से निर्माण होने वाले करोड़ों नए तारों की रोशनी से प्रकाशमान हो रहा था.
कनेक्टिकट के न्यू हेवेन स्थित येल विश्वविद्यालय की एरिका नेल्सन ने कहा, ‘हमने वास्तव में निर्माण की प्रक्रिया नहीं देखी.’ स्पार्की प्रतिवर्ष लगभग 300 तारे, जबकि आकाशगंगा प्रति वर्ष 10 तारों का निर्माण करता है. इस दौरान शोध दल ने स्पिट्जर अंतरिक्ष दूरबीन और हर्शेल के माध्यम से इंफ्रारेड तस्वीरें भी उतारीं.
येल विश्वविद्यालय के पीटर वान दोक्कुम ने कहा, ‘खोज से इस बात का पता चलेगा कि आकाशगंगा का निर्माण वास्तव में इसी तरह होता है या नहीं.’ यह अध्ययन नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुई है.