लंबे समय से युद्ध और संघर्ष से जूझ रहे लीबिया के सिरते से अपहृत दो भारतीयों में से एक अपहर्ताओं के चंगुल से निकलने में कामयाब रहा है.
सूत्रों ने बताया कि ओडिशा से ताल्लुक रखने वाले प्रभास रंजन सामल अपहर्ताओं के चंगुल से निकलने में कामयाब रहे हैं और उन्होंने अपने दोस्तों को बताया है कि वह ठीक हैं.
सामल और आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखने वसाले रामामूर्ति कोसानम का अपहरण सिरते के इब्न-ए-सीना से हो गया था. वे वहां काम करते हैं. सूत्रों ने बताया कि कोसानम को मुक्त कराने के लिए प्रयास चल रहे हैं.
गौरतलब है कि लीबिया में अपहृत चार भारतीय शिक्षकों में से दो को सरकार ने जुलाई में मुक्त करवाया था. दो अन्य भारतीय शिक्षक डेढ़ साल से ज्यादा समय से उग्रवादियों के चंगुल में हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बुधवार को कहा था कि सिरते से अपहृत दो भारतीयों का मामला कूटनीतिक स्तर पर उठाया गया है.
सिरते फिलहाल इस्लामिक स्टेट समूह के नियंत्रण में है, जो मध्य लीबिया में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है.
-इनपुट भाषा से