न्यू जर्सी में आठ साल पहले आंध्र प्रदेश की रहने वाली 38 वर्षीय टेक्नी ससिकला नर्रा और उनके छह वर्षीय बेटे अनिश नर्रा की उनके अपार्टमेंट में हुई निर्मम हत्या के मामले में अमेरिका ने बड़ा कदम उठाया है. बर्लिंगटन काउंटी प्रॉसिक्यूटर ने भारतीय नागरिक नजीर हमीद के खिलाफ औपचारिक रूप से आरोप दाखिल करते हुए अमेरिका और भारत सरकार से उनके तत्काल प्रत्यर्पण की मांग की है.
नजीर हमीद, जो घटना के बाद भारत भाग आया था, पर डबल मर्डर को अंजाम देने का आरोप है. हैरानी की बात यह है कि घटना के आठ साल बाद अमेरिकी जांच एजेंसियों को उसकी डीएनए रिपोर्ट उस लैपटॉप से मिली, जिस पर वह चेन्नई में एक मल्टीनेशनल कंपनी के लिए काम करता था.
कंपनी लैपटॉप से मिला डीएनए, तकनीक ने खोला राज
अमेरिकी जांचकर्ताओं ने बताया कि 2024 में कोर्ट ऑर्डर के जरिए भारत स्थित कंपनी से हमीद का ऑफिस लैपटॉप मंगवाया गया. लैपटॉप को अमेरिका भेजकर न्यू जर्सी स्टेट पुलिस डीएनए लैब में जांच की गई, जहां से डीएनए सैंपल प्राप्त हुआ. यह डीएनए उसी अनजान खून के धब्बे से मैच हुआ, जो हत्या स्थल से मिला था और न पीड़ितों का था, न ससिकला के पति हनु नर्रा का.
बर्लिंगटन काउंटी प्रॉसिक्यूटर ऑफिस के लेफ्टिनेंट ब्रायन कनिंघम ने कहा, "लैपटॉप से मिला डीएनए मैच इस बात की मजबूत पुष्टि है कि हमारी जांच सही दिशा में थी."
अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर का भारत से आग्रह
बर्लिंगटन काउंटी प्रॉसिक्यूटर ला-शिया ब्रैडशॉ ने कहा, "हम अमेरिकी सरकार और भारत सरकार से अपील करते हैं कि नजीर हमीद को बिना देर किए प्रत्यर्पित किया जाए."
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमीद ने जांच के दौरान अपना डीएनए सैंपल देने से साफ इनकार कर दिया था.
हत्या के बाद छह महीने में भारत भाग आया आरोपी
जांच एजेंसियों के मुताबिक नजीर हमीद न्यू जर्सी में ससिकला के पति हनु नर्रा का सहकर्मी था. वह उसी अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में रहता था. उस पर हनु नर्रा को स्टॉक करने (पीछा करने) का भी आरोप था. हत्या के छह महीने बाद वह अचानक भारत लौट गया, जहाँ वह नौकरी कर रहा था.
फिलाडेल्फिया आधारित मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2023 तक हमीद कॉग्निजेंट का कर्मचारी था और चेन्नई ऑफिस में काम कर रहा था. 2024 में अमेरिकी जांच एजेंसियों द्वारा नोटिस (सबपोना) दिए जाने के बाद कंपनी ने उसका लैपटॉप सौंपा. डीएनए मैच सामने आने के बाद उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया.
अधिकारियों का कहना है कि हत्या का स्पष्ट कारण अभी तक सामने नहीं आया है. हालांकि डीएनए साक्ष्य और घटना से जुड़े कई संकेतों के आधार पर अमेरिकी अधिकारियों ने नजीर को अपराधी मानते हुए उसके प्रत्यर्पण की औपचारिक माँग कर दी है.