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कहीं चीख-पुकार, किसी ने 5वीं मंजिल से लगाई छलांग... चश्मदीदों ने बताया कुवैत हादसे का दर्द

कुवैत के मंगाफ शहर की एक बिल्डिंग में लगी आग में करीब 49 लोगों की मौत हो गई है. मरने वाले लोगों में अधिकतर भारतीय नागरिक बताए जा रहे हैं. जिस इमारत में आग लगी वह एक कंपनी के पास है जिसमें उसी कंपनी के काफी श्रमिक रहते हैं. चश्मदीदों ने बताया कि हादसे का मंजर बेहद दर्दनाक था. लोग बचाने के लिए चीख-चिल्ला रहे थे.

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आग लगने के बाद का दर्दनाक मंजर
आग लगने के बाद का दर्दनाक मंजर

कुवैत के मंगाफ शहर की एक बिल्डिंग में लगी भयानक आग में झुलसकर 49 लोगों की मौत हो गई है. आग जिस इमारत में लगी उसमें एक कंपनी के मजदूर रहते हैं. आग से जलकर मरने वालों में अधिकतर भारतीय श्रमिक बताए जा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 40 भारतीय श्रमिकों ने इस हादसे में अपनी जान गंवाई है. कुवैत सरकार की ओर से हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके साथ ही बिल्डिंग के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आग सुबह चार बजे के आसपास बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर स्थित किचन से लगनी शुरू हुई जिसने कुछ ही समय में विकराल रूप ले लिया. जिस समय आग लगी उस समय बिल्डिंग में रहने वाले अधिकतर लोग सोए हुए थे, इसलिए काफी लोगों को बचाव का मौका तक नहीं मिल पाया. 

चश्मदीदों का कहना है कि हादसे के समय वहां का मंजर काफी खौफनाक था. आग काफी विकराल रूप ले चुकी थी. लोग चीख-पुकार रहे थे और जान बचाने के लिए इधर उधर भाग रहे थे. 

हादसे के बाद का खौफनाक मंजर देखने वाले शख्स मुहन्नाद ने स्थानीय न्यूज चैनल कुवैत टाइम्स से बताया कि वह पड़ोस की बिल्डिंग में ही रहते हैं. आग सुबह चार बजे शुरू हुई जो धीरे-धीरे बढ़ती चली गई. आग लगने के कुछ ही देर बाद दमकल कर्मी पहुंचे और स्थिति पर काबू करने की कोशिश करने लगे. चश्मदीद ने बताया कि आग इतनी भयावह स्थिति में थी कि पूरी बिल्डिंग काले घने धुएं में छिप गई थी. 

बेड से उतरने तक का नहीं मिला मौका

मुहन्नाद ने आगे बताया कि जो लोग पहली, दूसरी या तीसरी मंजिल पर अपने घरों में सो रहे थे, उन्हें बेड से उतरने का भी मौका नहीं मिल पाया.  मुहन्नाद ने बताया कि जिस समय आग लगी हुई थी उस समय बिल्डिंग में फंसे हुए लोगों की चीखने की आवाजें आ रही थीं. उन्होंने बताया कि कुछ लोग तो जान बचाने के लिए पांचवे फ्लोर से ही नीचे कूद गए थे. 

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वहीं घटना के समय मौके पर मौजूद एक अन्य चश्मदीद ने कहा कि आग सुबह करीब 4 बजे शुरू हुई और 4 बजकर 21 मिनट पर पुलिस घटनास्थल पहुंच गई. चश्मदीद युवक ने आगे कहा कि आग काफी ज्यादा भड़की हुई थी और घना काला धुआं आसपास फैला हुआ था. बिल्डिंग में रहने वाले कर्मचारी मदद के लिए चिल्ला रहे थे. चश्मदीद ने आगे कहा कि ईश्वर की कृपा से हमने तीन लोगों को सफलतापूर्वक बचा लिया. 

घटना पर पीएम मोदी ने दुख जताया
 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, "कुवैत शहर में आग की दुर्घटना दुखद है. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं. कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है."

वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी देते हुए कहा गया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से कुवैत हादसे में मरने वाले भारतीय नागरिकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के लिए साथ एक मीटिंग भी की है.

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर कहा, "कुवैत के शहर में हुए आग लगने के हादसे से गहरा सदमा पहुंचा है. कथित तौर पर 40 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 50 से अधिक अस्पताल में भर्ती हैं. हमारे राजदूत शिविर में गए हैं. हम आगे की जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं. दुखद रूप से जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना. घायलों के जल्द और पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं."

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