स्विट्जरलैंड की रैटियन रेलवे ने रिकॉर्ड 1.9 किलोमीटर की लंबी पैसेंजर ट्रेन चलाने का दावा किया है. इस ट्रेन को दुनिया की सबसे बड़ी पैसेंजर ट्रेन होने का दावा किया जा रहा है. 100 डिब्बों से बनी इस ट्रेन को सात ड्राइवर एक साथ चलाते हैं. ट्रेन में सीटों की कुल संख्या 4550 बताई जा रही है. यह ट्रेन आल्पस की खूबसूरत पहाड़ियों में चलाई गई है. इसके माध्यम से स्विटजरलैंड पर्यटक को अपनी ओर खींचना चाहता है. इससे पहले 1991 में 1.7 किलोमीटर लंबी ट्रेन बेल्जियम में चलाई गई थी.
22 सुरंगों से गुजरेगी ट्रेन
यह ट्रेन यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल अल्बुला/बर्निना रूट से होते हुए अल्वेन्यू और लैंडवासर से होकर गुजरेगी. दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन विश्व धरोहर मार्ग से गुजरते हुए अल्वेन्यू और लैंडवासर वायाडक्ट को पार करते हुए 22 सुरंगों से होकर गुजरेगी. पहाड़ों के बीच बने इस घुमावदार मार्ग में कुल 48 ब्रिज हैं. रास्ते में मौजूद अल्पाइन के पेड़ों के कारण यह मार्ग काफी खूबसूरत दिखता है. इस पूरी यात्रा में एक घंटे से अधिक का समय लगता है.
पर्यटन सहित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना मकसद
स्विस रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि रैटियन रेलवे का यह प्रयास स्विस रेल की 175 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में है. अधिकारी ने कहा कि हम इस ट्रेन के जरिए दुनिया को स्विट्जरलैंड की खूबसूरत वादियां दिखाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के कारण रेलवे के कमाई पर असर पड़ा है. हम इस ट्रेन के जरिए दुनिया के पर्यटक को अपनी ओर खींचना चाहते हैं.
दुनिया भर में तस्वीरें वायरल
करीब 2 किलोमीटर लंबी इस ट्रेन के चलने के बाद से ही इसकी तस्वीरें वायरल है. इस दृश्य को देखने के लिए आल्पस की लगभग 25 किलोमीटर घाटी तक लोगों की भीड़ लगी हुई थी.
सुपर वासुकी भारत की सबसे लंबी ट्रेन
भारतीय रेलवे ने 15 अगस्त को आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत की सबसे लंबी मालगाड़ी चलाई थी. रेलवे के अनुसार, सुपर वासुकी नाम से चली यह मालगाड़ी 3.5 किलोमीटर लंबी थी. इस मालगाड़ी में कुल 27 हजार टन वजन लोड था. इस मालगाड़ी में कुल 295 डिब्बे लगे हुए थे.