जापान के एक नेता ने दावा किया है कि देश में शादी और जन्म दर में गिरावट इसलिए आ रही है कि युवाओं की रोमांस में दिलचस्पी कम हो गई है. जापान के नेता का कहना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि लोग महंगाई के कारण अपना परिवार नहीं बनाना चाहते बल्कि वो अच्छे लवर नहीं हैं इसलिए बच्चे नहीं कर पा रहे. उन्होंने जापानी लोगों की रोमांटिक क्षमता का निर्धारण करने के लिए एक सर्वेक्षण कराने का भी सुझाव दिया है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंजर्वेटिव लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता नरिसे इशिदा ने 24 फरवरी को एक स्थानीय सरकार की बैठक में कहा कि जापानियों की रोमांटिक क्षमता निर्धारित करने के लिए एक सर्वेक्षण करना चाहिए. हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया कि इस डेटा से देश के जन्म-दर को सुधारने में किस तरह की मदद मिलेगी.
इशिदा ने कहा, 'जन्म दर में इसलिए कमी नहीं आ रही है क्योंकि बच्चे पैदा करने के लिए पैसा खर्च होता है. बल्कि समस्या यह है कि देश में शादी से पहले रोमांस को वर्जित समझा जाने लगा है.'
इशिदा की यह टिप्पणी जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की उस घोषणा के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि जापान बच्चे पैदा करने के लिए लोगों को पैसे देगा. किशिदा ने कहा था कि जापान कम जन्म दर का संकट झेल रहा है और उनका देश युवाओं को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए वित्तीय मदद को बढ़ाएगा.
हाल के दशकों में देखा गया है कि जापान के लोग देर से शादी कर रहे हैं और वित्तीय कारणों से बेहद कम बच्चे पैदा करने का विकल्प चुन रहे हैं.
'जापानी युवा शादी कर बच्चे पैदा करना चाहते हैं, लेकिन...'
जापान के शहर साप्पोरो में Hokkaido Bunkyo विश्वविद्यालय में मीडिया और संचार के प्रोफेसर मकोतो वातनाबे ने कहा, 'इशिदा शायद एक तरह से सही हो सकते हैं. आज के युवाओं में भले ही पारंपरिक कम्यूनिकेशन स्किल की कमी हो लेकिन वो ऑनलाइन और सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत अच्छे से बातचीत करते हैं. मैं देखता हूं कि मेरे छात्र आधुनिक तकनीक के माध्यम से अपने रोमांस का प्रदर्शन बेहद अच्छे ढंग से करते हैं. इशिदा शायद यह सब नहीं देख पा रहे हैं.'
इशिदा की बातों से असहमत होते हुए वातनाबे कहते हैं कि जापानी वित्तीय कारणों से भी कम बच्चे पैदा कर रहे हैं और इस कारण जापान की आबादी कम होती जा रही है.
वो कहते हैं, 'युवा लोग अभी भी शादी करना चाहते हैं, परिवार बनाना चाहते हैं, अधिक बच्चे पैदा करना चाहते हैं, लेकिन जब वो देखते हैं कि वो न तो अपना घर खरीद पाएंगे और न ही कार तो उनके लिए बच्चे पैदा करना मुश्किल हो जाता है.'
'मेरे प्रेमी ने पब्लिक में मुझे किस किया तो मैं...'
इशिदा का कहना है कि जापान का रूढ़िवादी समाज भी जापानी लोगों के रोमांस को कम करता है जिससे जन्म दर कम हो रही है.
योकोहामा की 20 वर्षीय छात्रा एमी ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे यहां पब्लिक प्लेस में रोमांटिक होना शर्मनाक है. अगर आप ऐसा करते हैं तो लोग आपको देखने लग जाते हैं और वो आपकी इस हरकत को नापसंद करते हैं. हम दूसरे देशों में लोगों को फिल्मों या टीवी पर सार्वजनिक रूप से हाथ मिलाते, गले मिलते या किस करते देखते हैं, लेकिन अगर मेरे प्रेमी ने लोगों के सामने मेरे साथ ऐसा किया तो मैं बहुत असहज हो जाऊंगी.'
विशेषज्ञों का कहना है कि जापान की जनसंख्या कम से कम दो दशकों तक कम होती रहेगी. लेकिन जनसंख्या में यह गिरावट अनुमान से कहीं ज्यादा देखी जा रही है. साल 2017 में जापान की आबादी सबसे अधिक 12 करोड़ 80 लाख थी. साल 2021 में यह घटकर 12 करोड़ 57 लाख हो गई.
चौंकाने वाली बात यह है कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022 की पहली छमाही में सिर्फ 384,942
बच्चों का जन्म हुआ, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5 फीसदी कम है.