इजरायल ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट से भारत का वो नक्शा हटा लिया है जिसमें जम्मू-कश्मीर का हिस्सा गलत तरीके से पाकिस्तान में दिखाया गया था. सोशल मीडिया पर हुए जबरदस्त विरोध के बाद इसे हटाया गया है. भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह वेबसाइट संपादक की गलती थी और इसे तुरंत हटा दिया गया है.
इस गलती को सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने उठाया. यूजन ने लिखा, 'भारत इजरायल के साथ खड़ा है, लेकिन क्या इजरायल भारत के साथ खड़ा है? इजरायल की आधिकारिक वेबसाइट पर भारत का नक्शा देखें, खासकर जम्मू और कश्मीर पर ध्यान दें.'
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रूवेन अजार ने कहा, 'यह वेबसाइट संपादक की गलती थी. धन्यवाद, इसे हटा दिया गया है.'
भारत हमेशा से यह कहता आया है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है. यह विवाद ऐसे समय में सामने आया जब इजरायल मध्य पूर्व में कई फ्रंट पर युद्ध लड़ रहा है. पिछले हफ्ते हिज्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हालात और गंभीर हो गए हैं. अब तक 1,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग बेघर हो गए हैं, क्योंकि इजरायल ने गाजा से अपना ध्यान हटाकर अब लेबनान की ओर कर दिया है. यहां उसने हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर कई हमले किए हैं और यह लगातार जारी है.
इस संकट के बीच ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर 200 मिसाइलें दागी. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
हाल ही में नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भाषण देते हुए दो नक्शे दिखाए थे. एक नक्शे में कुछ देशों को 'द कर्स' (शापित) और दूसरे में कुछ को 'द ब्लेसिंग' (आशीर्वाद) कहा गया. ईरान, इराक, सीरिया और यमन को काले रंग में 'द कर्स' के रूप में दिखाया गया है, जबकि मिस्र, सूडान, सऊदी अरब और भारत को हरे रंग में 'द ब्लेसिंग' के रूप में दिखाया गया है.
दिलचस्प बात यह है कि दोनों नक्शों में फिलिस्तीनी क्षेत्रों - वेस्ट बैंक और गाजा - को इजरायल का हिस्सा दिखाया गया था. इसी तरह इसमें सीरिया के गोलन हाइट्स क्षेत्र को भी इजरायल का हिस्सा दिखाया गया है.