इजरायल पर ईरानी मिसाइल अटैक अमेरिका की चेतावनी के बाद ईरान ने इजरायल पर हमला बोल दिया है. ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी हैं. अमेरिका ने इस हमले की पहले ही चेतावनी दी थी और कहा था कि अगर ईरान हमले करता है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि उन्होंने उपराष्ट्रपति और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक की है. व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि ईरान द्वारा मिसाइलें दागने के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी सेना को उन्हें मार गिराने का आदेश दिया है. इजरायल पर इरानी हमले से जुड़े अपडेट यहां पढ़ें.
IDF के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हागरी ने कहा है कि इजरायल ईरानी मिसाइल हमले का जवाब देगा. उन्होंने कहा, 'हम रक्षा और आक्रमण दोनों मोर्चों पर सतर्क हैं और इजरायल के नागरिकों की रक्षा करेंगे. इस मिसाइल हमले के परिणाम होंगे. हमारे पास योजनाएं हैं और हम अपने चुने हुए समय और स्थान पर कार्रवाई करेंगे.'
मिसाइल हमले के कारण अस्थायी रूप से बंद किए गए इजरायल के हवाई क्षेत्र को फिर से खोल दिया गया है. इसी बीच लेबनान के परिवहन मंत्री ने घोषणा की है कि देश का हवाई क्षेत्र दो घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद रहेगा.
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने बताया कि ईरानी मिसाइल हमले के बाद बहुत कम लोग घायल हुए हैं. अब लोग अपने बम शेल्टर से बाहर निकल सकते हैं.
व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर बताया कि ईरान द्वारा मिसाइलें दागने के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी सेना को उन्हें मार गिराने का आदेश दिया है. अमेरिका ने क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है और 13 अप्रैल को इजरायल पर हुए पिछले ईरानी हमले के दौरान भी मिसाइलों को गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बताया कि उन्होंने उपराष्ट्रपति और राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ बैठक की है. इसमें इजरायल पर ईरान के संभावित मिसाइल हमले और अमेरिका की मदद से इजरायल की रक्षा करने के उपायों पर चर्चा की गई. साथ ही अमेरिकी लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है.
ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इजरायल पर मिसाइल दागने का आदेश ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दिया है.
इजरायल पर अब ईरान ने पलटवार कर दिया है. उसने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइल दाग दिए हैं. ईरान ने कहा है कि ये हमला हिज्बुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह और हमास नेता इस्माइल हानिया का बदला है.
इजरायल-लेबनान में जारी जंग के बीच इजरायली सेना ने दावा किया है कि उसने पिछले साल लेबनान में दर्जनों छोटे जमीनी ऑपरेशन किए हैं.
तुर्की ने लेबनान पर इजरायल के जमीनी हमले की निंदा करते हुए इसे संप्रभुता का उल्लंघन और कब्जा करने का गैरकानूनी कृत्य बताया है.
इजरायली सेना ने दक्षिण लेबनान के ग्रामीणों से इलाका खाली करने को कहा है. साथ ही धमकी दी कि वे जल्दी खाली कर दें नहीं तो वे खतरे में पड़ जाएंगे. यह चेतावनी इन गावों के लोगों को दी गई है- यारून, ऐन एबेल, मारून अल-रास, ताइरी, हदाथा ऐता अल-जबल (अल-ज़त), जमजिमा, टौलिन, दीर आम्स, बुर्ज कलावीह, अल-बयादा, ज़ेबकिन जबल अल-बटम, सरबिन, अल-शाइतिया, निसेह, अल-हनियेह, माराकेह, घंडौरिया, दीर क़ानून - मलिकियेह अल-साहेल, बुर्ज अल-शामली, हाबिल अल-साकी, श्रीफा, दीर क़ानून अल- नाहर, अल-अब्बासियाह, अल-रशीदिया, बिंत जेबील, ऐतरौन.
दक्षिणी लेबनान के बेक्का इलाके के एक मेडिकल सेंटर में इजरायली हमले में आठ लोगों की मौत हो गई है.
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि मैंने इजरायल के ऑपरेशन और नए घटनाक्रमों को लेकर इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलंट से बात की. मैंने उन्हें यह स्पष्ट कर दिया कि इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका उसका समर्थन करेगा. हम हिज्बुल्लाह के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नष्ट करने पर सहमत हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हिज्बुल्लाह सात अक्तूबर जैसा हमला नहीं कर सके.

लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन को लेकर अमेरिका ने कहा है कि इजरायल ने उन्हें जानकारी दी है कि आईडीएफ लेबनान में हिज्बुल्लाह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए सीमित ऑपरेशन शुरू कर दिया है. अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि हमें जानकारी दी गई है कि उन्होंने इजरायली सीमा से सटी लेबनान सीमा पर हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर सीमित ऑपरेशन शुरू किया है.
इससे पहले 2006 में भी इजरायली सेना लेबनान में दाखिल हुई थी. 12 जुलाई 2006 को हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट हमला कर दिया था. हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायली सीमा में घुसकर तीन सैनिकों को मार डाला था जबकि दो को बंधक बना लिया था. इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट ने इसके लिए लेबनान को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे 'एक्ट ऑफ वॉर' बताया था. उन्होंने कहा था कि लेबनान को इसका अंजाम भुगतना होगा. उसी रात इजरायली सेना ने लेबनान में हमला कर दिया. इजरायली सेना ने जमीन से लेकर हवाई हमले तक जारी रखे. लेबनान में जगह-जगह हवाई हमले किए गए. एक हवाई हमले में बेरूत के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे भी तबाह हो गया. 34 दिन तक चली इजरायल और हिज्बुल्ला की इस जंग में 1100 से ज्यादा लेबनानी नागरिक मारे गए थे. इजरायल के भी 165 नागरिकों की इसमें मौत हुई थी.
इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान में दाखिल हो गई है. वह सीमा से सटी हिज्बुल्लाह की सुरंगों में घुसकर तलाशी ले रही है. आईडीएफ की रडार पर इजरायल को लेबनान से अलग करने वाली ब्लू लाइन के पास हिज्बुल्लाह की सुरंगे हैं.

इजरायली सेना आईडीएफ ने सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि कुछ घंटे पहले आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर सीमित और टारगेटेड ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किए हैं. लेबनान की सीमा से सटे गांवों को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि यहां हिज्बुल्लाह के कई ठिकाने हैं जो खतरा बने हुए हैं. इजरायली वायुसेना इस ग्राउंड ऑपरेशन में मदद कर रही है.
हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के खात्मे के बाद इजरायल लगातार लेबनान पर हमले कर रहा है. हवाई हमलों के बाद अब इजरायली सेना लेबनान की सीमा में दाखिल हो गई है. इजरायली डिफेंस फोर्से ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों के खिलाफ 'लिमिटेड' ग्राउंड ऑपरेशन शुरू कर दिया है.