ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु को कनाडा इंडिया फाउंडेशन (CIF) द्वारा ग्लोबल इंडियन अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया है. कनाडा के टोरंटो शहर में एक खास कार्यक्रम के आयोजन के दौरान यह पुरस्कार दिया गया.
क्यों मिला यह अवॉर्ड?
यह पुरस्कार उन्हें अपने आस-पास की दुनिया के बारे में जागरूक करने और प्रकृति को बचाने के लिए चलाए गए 'कॉन्शियस प्लैनेट' अभियान के लिए दिया गया है.
साथ में मिला कैश प्राइज
सद्गुरु को पुरस्कार के साथ 50,000 कनाडाई डॉलर (करीब 30 लाख रुपये) भी दिए गए. उन्होंने यह रकम 'कावेरी कॉलिंग' नाम की एक परियोजना को समर्पित किया. यह परियोजना कावेरी नदी को बचाने और किसानों की मदद करने के लिए है. इस अभियान के तहत 242 करोड़ पेड़ लगाए जा रहे हैं, जिससे 8.4 करोड़ लोगों की जिंदगी बेहतर हो सके.
कार्यक्रम में कौन-कौन थे?
इस कार्यक्रम में इंडो-कैनेडियन बिजनेसमैन और कई खास मेहमान मौजूद थे. अवॉर्ड CIF के अध्यक्ष रितेश मलिक और संयोजक सुनीता व्यास ने दिया.
CIF के अध्यक्ष ने क्या कहा?
CIF के अध्यक्ष रितेश मलिक ने कहा, 'सद्गुरु पर्यावरण, मिट्टी और पानी की बड़ी समस्याओं का समाधान सुझा रहे हैं. उनके विचार कनाडा की सोच और जरूरतों से भी मेल खाते हैं'.
सोशल मीडिया पर क्या कहा गया?
CIF ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'सद्गुरु का संदेश साफ है – अगर हमें आगे बढ़ना है, तो जागरूक और दयालु इंसान बनना जरूरी है'.
सद्गुरु ने भी X पर जवाब में कहा, 'कनाडा और भारत दोनों देशों के लोगों का प्यार और अपनापन देखकर खुशी हुई. आप सभी को प्यार और आशीर्वाद'.
कनाडा इंडिया फाउंडेशन क्या है?
CIF एक ऐसा संगठन है जो भारत और कनाडा के रिश्तों को मजबूत बनाने पर काम करता है. यह अवॉर्ड उन भारतीयों को दिया जाता है जिन्होंने दुनिया में कुछ अच्छा और बड़ा किया हो.
कॉन्शियस प्लैनेट अभियान क्या है?
यह अभियान सद्गुरु ने शुरू किया है. इसका मकसद है लोगों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करना, सरकारों को अच्छे फैसले लेने के लिए प्रेरित करना और धरती को बचाने के लिए काम करना.
इसमें कई पहलें शामिल हैं: