इंडोनेशिया में शनिवार रात को सुनामी ने तबाही मचाई है. इस घटना में अबतक 222 लोगों की मौत की खबरें हैं, जबकि 600 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. राहत और बचाव एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. रिपोर्ट के मुताबिक सुनामी स्थानीय समय के अनुसार रात 9.30 बजे आया. स्थानीय मीडिया के मुताबिक सुनामी में दर्जनों इमारतें बह गईं, जबकि समुद्र में मौजूद कई नावें भी लापता हैं. सुनामी से प्रभावित इलाकों में पैंनदेंगलैंग, सेरांग और दक्षिण लाम्पुंग के इलाके शामिल हैं. ये क्षेत्र सुंदा स्ट्रेट में पड़ता है.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया में आई सुनामी में जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया और कहा कि भारत राहत कार्य में अपने पड़ोसी राष्ट्र की मदद करने को तैयार है. ज्वालामुखी के सक्रिय होने के बाद इंडोनेशिया के सुंदा जलडमरु मध्य के आसपास के समुद्र तट पर आई सुनामी में कम से कम 222 लोगों की जान चली गई, जबकि सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, 'इंडोनेशिया में सुनामी से जान के नुकसान और तबाही से दुखी हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं. भारत अपने नौवहन पड़ोसी और मित्र की राहत कार्य में सहायता करने के लिए तैयार है.'
Saddened by the loss of lives and destruction in Indonesia caused by the Tsunami after the eruption of a volcano. Condolences to the bereaved families and wishing the injured an early recovery. India is ready to assist our maritime neighbour and friend in relief work. @jokowi
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2018
समाचार एजेंसी एएफपी ने इंडोनेशिया के अधिकारियों के हवाले से बताया कि ताजा जानकारी मिलने तक 222 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. नेशनल डिजास्टर मिटिगेसन एजेंसी के प्रमुख सुतपाओ ने बताया कि सुनामी आने से पहले समुद्र की तटहटी में भौगोलिक हलचल हुई. इसकी वजह से कुछ ही देर पहले Anak Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ था. उन्होंने कहा, 'समुद्र की तलहटी में लैंडस्लाइड हुई इसके बाद Anak Krakatau ज्वालामुखी सक्रिय हो गया, फिर समुद्र में ऊंची लहरें उठीं. Anak Krakatau एक छोटा वॉल्कैनिक द्वीप है. ये द्वीप 1883 में क्रैकटो ज्वालामुखी के फटने के बाद वजूद में आया था.'
#BREAKING: Death toll from Indonesia tsunami rises to 222, officials say pic.twitter.com/N8eyiWkYKt
— AFP news agency (@AFP) December 23, 2018

चश्मदीदों ने बताया कि सुनामी के वक्त समुद्र में 15 से 20 मीटर ऊंची लहरें उठती दिखी. बता दें कि इसी साल सुलवेसू द्वीप में आए सुनामी की तबाही में 800 से ज्यादा लोग मारे गए थे. मौसम विभाग के मुताबिक सुंदा स्ट्रेट के कई इलाकों में सुनामी का प्रभाव है. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. साथ ही कई लोगों के सुनामी में गायब होने की भी रिपोर्ट है.
(फोटो-AP)