जब जोहरान क्वामे ममदानी ने पिछले साल अक्टूबर में न्यूयॉर्क सिटी मेयर के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी, तब उनको एक मजबूत दावेदार नहीं माना गया था. लेकिन लोगों का जीवन आसान बनाने के वादे और बॉलीवुड के तड़के के साथ सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे कैंपेन ने 33 साल के ममदानी को न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद की रेस में आगे खड़ा कर दिया है. न्यूयॉर्क सिटी में डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थिति मजबूत रही है. ममदानी न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हैं.
युगांडा के विद्वान महमूद ममदानी और जानी-मानी भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता मीरा नायर के बेटे जोहरान ममदानी ने अपनी दक्षिण एशियाई विरासत को अपनाकर चुनावी मुहिम में हिंदी फिल्मों का तड़का लगाया है. उनकी यह बात न्यूयॉर्क सिटी के युवाओं, आप्रवासियों और कामकाजी वर्ग को आकर्षित कर रही है.
पिछले हफ्ते, ममदानी ने एक्स पर एक कैंपेन वीडियो डाला जिसमें क्लासिक बॉलीवुड फिल्मों के सीन और गाने शामिल थे. वीडियो में ममदानी हिंदी में बोल रहे थे और उन्होंने लोगों को मेयर के मतदान की प्रक्रिया को आसान शब्दों में समझाया.
वीडियो में वो लोगों की मूलभूत जरूरतों को सस्ता बनाने का वादा कर रहे हैं और अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी, न्यूयॉर्क के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो पर निशाना साधा रहे हैं. कुओमो को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन हासिल है.
'आज मेरे पास बिल्डिंग है, प्रॉपर्टी है...'
ममदानी इस चुनाव को जनता और अरबपतियों के समर्थन से चल रही राजनीति के बीच के चुनाव की तरह पेश कर रहे हैं.
2 मिनट, 23 सेकंड के वीडियो में दीवार का लोकप्रिय सीन दिखाया गया है जिसमें अमिताभ बच्चन का किरदार विजय दावा करता है, 'आज मेरे पास बिल्डिंग हैं, प्रॉपर्टी है, बंगला है, बैंक बैलेंस है, गाड़ी है. तुम्हारे पास क्या है?'
इसके बाद ममदानी शाहरुख खान के सिग्नेचर स्टाइल में अपनी बाहें फैलाकर स्क्रीन पर कहते हैं, 'मेरे पास आप लोग हैं.'
लोगों से क्या-क्या चुनावी वादे कर रहे ममदानी?
ममदानी खुद को जनता के उम्मीदवार के रूप में पेश कर रहे हैं और अपने प्रतिद्वंद्वी कुओमो को अमीर वर्ग की राजनीति के प्रतीक में रूप में दिखा रहे हैं.
वीडियो में वो कहते दिख रहे हैं, 'मैं हमारे शहर को किफायती बनाऊंगा. न्यूयॉर्क के लोग मुश्किल से रोटी, कपड़ा और मकान का खर्च उठा पा रहे हैं...मैं ये सब बदलने के लिए लड़ रहा हूं. मुफ्त शहरी बसें, अपार्टमेंट किराए पर नियंत्रण, शहर की तरफ से चलाई जाने वाली दुकानें और इन सबके भुगतान के लिए अधिक अमीर लोगों पर 10 अरब डॉलर का कर बढ़ाना, मैं ये सब करूंगा.'
एक अन्य इलेक्शन कैंपेन वीडियो में वो कह रहे हैं, 'हम सस्ते किराने के सामान की गारंटी दे सकते हैं, हम न्यूनतम मजदूरी बढ़ा सकते हैं, हम 20 लाख से अधिक किरायेदारों के लिए किराया बढ़ना रोक सकते हैं 2 लाख से अधिक किफायती घर बना सकते हैं. हम कम से संतुष्ट नहीं हो सकते.'
ममदानी कहते हैं कि, 'अरबपतियों के पास पहले से ही सब कुछ है. अब आपका समय आ गया है.'
ममदानी के साथ जुड़े हैं कई विवाद
ममदानी के साथ कई विवाद भी जुड़े हुए हैं. वो इजरायल की आलोचना करते हैं और फिलिस्तीनी अधिकारों की वकालत करते हैं जिससे उनके आलोचकों की संख्या बढ़ी है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2002 के गुजरात दंगों में उनकी कथित भूमिका के लिए 'युद्ध अपराधी' कहा था जिस कारण उन्हें हिंदू विरोधी करार दिया गया है. प्रधानमंत्री मोदी को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त जांच में गुजरात मामले में क्लीन चिट दे दी गई थी.