म्यांमार और भारत ने सीमावर्ती इलाके से चलने वाली आतंकवादी गतिविधियों और मानव तस्करी पर रोक लगाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, समझौता ज्ञापन पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किया गया जिसके तहत दोनों देश सीमावर्ती इलाकों में शांति व स्थिरता लाने के लिए कदम उठाएंगे.
एमओयू में दोनों देशों के सैन्य बलों के बीच सूचना के आदान-प्रदान सहित अवैध प्रवेश रोकने के लिए सेना के बीच समन्वय की भी मांग की गई है.
म्यांमार के उपरक्षा मंत्री मेजर जनरल केयाव न्युंत और भारतीय राजदूत गौतम मुखोपाध्याय ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
भारत ने शुरुआत में एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) के निर्माण को स्थगित कर दिया था. दोनों तरफ की टीमों ने इलाके की जमीन का सर्वेक्षण किया है. 2013 में म्यांमार ने सीमा के नजदीक भारत की तरफ से आईसीपी के निर्माण का विरोध किया था.
म्यांमार ने मार्च 1967 में भारत के साथ सीमारेखा से जुड़ा समझौता किया था.