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इजरायल के लिए गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन आसान नहीं, जानिए कई मोर्चों पर कैसे मिलेगी चुनौती

Israel and Hamas War: ईरान लगातार अरब देशों के साथ बैठकें कर रहा है, तो हमास की ताकत बढ़ाने के लिए हिज्बुल्ला को भी हथियार सप्लाई कर रहा है. इजरायल की मानें तो ईरान ने सीरिया में अपने हथियार भेजना शुरु कर दिया है.

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गाजा पट्टी के पास पहुंच चुके हैं इजरायली टैंक
गाजा पट्टी के पास पहुंच चुके हैं इजरायली टैंक

इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के बाद, अब बात बहुत आगे तक निकल चुकी है. ईरान ने अब इजरायल को नई धमकी देते हुए कहा कि कि अगर इजरायल की सेना गाज़ा पट्टी के अंदर मिलिट्री ऑपरेशन के लिए घुसती है को फिर महायुद्ध होगा. ईरान ने सीधे-सीधे कह दिया है कि वो इजरायल को उसके ही सैनिकों के कब्रगाह बना देगा. कतर में बैठकर ईरान के विदेश मंत्री हमास के कमांडर से मिले और उसके बाद ये धमकी दी. ईरान ने ये भी कहा है कि अगर इजरायल की सेना गाजा में घुसी तो उसे सबसे बड़े भूकंप का सामना करना पड़ेगा.

इजरायली सैन्य बलों को है नेतन्याहू के आदेश का इंतजार

इहले इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले किये, ताबड़तोड़ एयर स्ट्राइक की और अब इजरायली सेना गाजा में मिलिट्री ऑपरेशन यानी जमीनी हमले करने के लिए तैयार है. इजराइली डिफेंस फोर्स के हजारों सैनिक गाजा में जमीनी हमले के लिए तैयार हैं. इजरायली सेना के सबसे भरोसेमंद कई सौ मर्कवा टैंक, गाजा की तरफ तने हुए हैं, बस एक बटन दबेगा, और गाजा पर गोले बरसने शुरु हो जाएंगे.

 लेकिन, इजरायल के इस मिलिट्री ऑपरेशन के आगे आ गई है, ईरान की सबसे बड़ी धमकी,धमकी महायुद्ध की, जी हां ईरान ने बिना लाग लपेट के कह दिया किअगर इजरायल ने गाजा में घुसपैठ की तो इजरायल को उसके ही सैनिकों के कब्रिस्तान में बदल देंगे. ईरान ने ये भी कहा कि अगर इजरायली सेना गाजा में घुसी को इज़रायल को सबसे बड़े भूकंप का सामना करना पड़ेगा. ईरान कहा कि अगर इजरायली सेना गाजा में घुसी तो खाड़ी देशों से युद्ध के मोर्चे खुल जाएंगे. 

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वही ं ईरान की धमकी  पर नेतन्याहू ने कहा, 'हमारे पास ईरान और हिजबुल्लाह के लिए एक संदेश है: उत्तरी क्षेत्र में हमारा इम्तहान ना लें. अपनी पिछली गलती मत दोहराओ क्योंकि जो कीमत तुम चुकाओगे वह बहुत बुरी होगी.'
 
199 इजरायली नागरिक हमास के कब्जे में

यानी इजरायल और हमास के इस युद्ध की आंच अब ईरान समेत कई अरब देशों तक पहुंच गई है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 15 अक्टूबर को गाज़ा बॉर्डर पर इजरायली सैनिकों से मुलाकात करते हैं. लेकिन इस सवाल का कोई जवाब नहीं देते हैं, कि इजरायली सेना, गाज़ा पर मिलिट्री ऑपरेशन कब शुरु करेगी जबकि उसकी तैयारी पूरी है. तो क्या बेंजामिन नेतन्याहू पर ईरान की धमकी असर कर रही है, क्या वो ईरान की धमकी के बारे में सोच रहे हैं.

वैसे हम आपको एक बड़ी जानकारी ये भी दे दें कि खुद इजरायल डिफेंस फोर्स का दावा है कि गाज़ा के अंदर हमास ने 199 इजरायलियों को बंधक बना रखा है. जबकि 7 अक्टूबर से लेकर अबतक हमास के हमलों में इज़ायल के 1400 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि इजरायल ने पिछले 10 दिन के युद्ध में हमास के 6 कमांडर एयर स्ट्राइक में मार गिराए हैं और गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक अब तक इस युद्ध में गाज़ा के अंदर 2670 लोग मारे गए हैं और उनमें लगभग एक चौथाई बच्चे हैं. गाजा में 10 दिन के भीतर इजरायल 5000 से  ज्यादा बम गिरा चुका है. इजरायल ने गाज़ा के उत्तरी हिस्से में बसे लोगों को 5 घंटे के अल्टीमेटम भी दिया और कहा कि वो ये इलाका छोड़ दें.

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अरब देशों तक पहुंची आंच

ईरान लगातार अरब देशों के साथ बैठकें कर रहा है, तो हमास की ताकत बढ़ाने के लिए हिज्बुल्ला को भी हथियार सप्लाई कर रहा है. इजरायल की मानें तो ईरान ने सीरिया में अपने हथियार भेजना शुरु कर दिया है. यानी ईरान इजरायल से सटे देशों से ना सिर्फ मिल रहा है बल्कि उन्हें इजरायल के खिलाफ एकजुट कर रहा है. इस तरह से अब ईरान खुलकर गाजा पट्टी वालों के समर्थन में उतर आया है. और इजरायल को महायुद्ध की धमकी भी दे डाली है. अगर इस युद्ध में ईरान उतरता है तो, आपको बतातें हैं इजरायल और ईरान में किसकी सैन्य ताकत ज़्यादा है.

- ईरान की आबादी 8.67 करोड़ हैं और इजरायल की आबादी 89.14 लाख है . ईरान के पास 4.85 करोड़ मैनपावर है तो इजरायल के पास 37.44 लाख मैनपावर है.

- ईरान 4 करोड़ लोगों को तुरंत सेना में भर्ती कर सकता है. जबकि इजरायल के पास 31.11 लाख लोग ही इसके लायक हैं. ईरान की सेनाओं में 5.75 लाख एक्टिव पर्सनल हैं. जबकि इजरायल के पास 1.73 लाख एक्टिव पर्सनल हैं.

- ईरान के पास 90 हज़ार पैरामिलिट्री जवान हैं. तो इजरायल के पास 8000 पैरामिलिट्री जवान हैं.  इजरायल के पास 601 एयरक्राफ्ट्स हैं  लेकिन ईरान के पास 541 एयरक्राफ्ट्स हैं .

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- इजरायल के पास 241 फायटर जेट्स हैं तो ईरान के पास मात्र 196 फायटर जेट्स हैं.  ईरान के पास 69,685 बख्तरबंद वाहन हैं. तो इजरायल के पास 56,290 आर्म्ड व्हीकल हैं.

खुल सकते हैं कई मोर्चे

गाज़ा पट्टी पर इजरायल की एयर स्ट्राइक और ज़मीनी हमलों कि तैयारियों के बीच अब ईरान ने किस तरह से गाज़ा पट्टी को बचाने के लिए उतरता है ये देखने वाली बात होगी. गाज़ा पर इजरायल के हवाई हमलों के बीच, सबसे पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी इस्लामिक और अरब देशों से इजरायल के खिलाफ युद्ध में उतरने की अपील करते हैं. फिर इजरायल के विदेश मंत्री होसैन अमीरबदोल्लाहियन इजरायल से सटे लेबनान का दौरा करते हैं, और वहां के प्रधानमंत्री और लेबनान के आतंकी संगठन हिज्बुल्ला के चीफ के साथ बैठक करते हैं, उसके बाद इजरायल को धमकी देते हैं कि अगर गाज़ा पर बमबारी नहीं रोकी गई तो युद्ध के कई मोर्चे खुल सकते हैं.

वहीं लेबनान के बाद ईरान के विदेश मंत्री सीरिया का दौरा करते हैं, सीरिया की सीमा भी इजरायल से सटी हुई है. यहां वो सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद और सीरिया के विदेश मंत्री से मिलते हैं और उसके बाद, ईरान के विदेश मंत्री कतर पहुंचते हैं, और वहां कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मिलते हैं.

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साथ ही कतर में बैठे हमास के कमांडर इस्माइल हानिये से भी ईरानी विदेश मंत्री ने मुलाकात की. कतर की बैठक के बाद ईरानी के विदेश मंत्री होसैन आमिर इजरायल को फिर से धमकी देते हैं और कहते हैं कि अगर इजरायली सेना गाजा में घुसी, तो वो भी गाज़ा की तरफ से बमबारी शुरु कर देगा और इस युद्ध को महायुद्ध में बदल देगा.

एक तरफ तो ईरान, हिज्बुल्ला को हमास के समर्थन में आगे बढ़ा रहा है, दूसरी अरब देशों के साथ पूरी सेटिंग भी कर रहा है. इजरायल के नक्शे के इर्द गिर्द देखिए, एक तरफ तो भूमध्य सागर है, कहा जा रहा है कि वहां अमेरिका ने अपना युद्धपोत तैनात कर दिया है. इजरायल के एक कोने पर गाज़ा पट्टी है, तो पूरा फिलिस्तीन इजरायल से सटा है. इसके अलावा एक तरफ इजिप्ट है, जो इजरायल के समर्थन में है. लेबनान, सीरिया, जॉर्डन से इजरायल की सीमाएं लगी हुई हैं. सीरिया से तुर्किये की सीमा लगी हुई हैं, जॉर्डन और सीरिया से ईराक और सउदी अरब भी सटा हुआ है और ज़ाहिर सी बात है ईरान, इजरायल के खिलाफ जो युद्ध के कई मोर्चे खुलने की बात कर रहा है वो यहीं से खुल सकते हैं. 

अमेरिका पर दवाब बना रहे हैं अरब देश

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हालांकि कहा जा रहा है अरब देश अब अमेरिका पर दबाव बना रहे हैं कि वो इजरायल को गाज़ा पर हमले करने से रोके, क्योंकि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अरब देशों का दौरा करके लौटे हैं. इस बीच ईरान के विदेश मंत्री ने एक और बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि अगर इजरायल गाज़ा पर गोले बरसाना बंद कर देता है तो हमास उनके बंधक छोड़ देगा. लेकिन जर्मनी की तरफ से भी एक बयान सामने आया है, उसने कहा है कि ईरान, इजरायल और हमास के युद्ध में हस्क्षेप ना करे.

लेकिन गाज़ा पट्टी वालों के समर्थन में रूस भी उतरा है. पुतिन ने अब सीधे लफ्जों में कह दिया है कि गाजा में आम लोगों की मौत स्वीकार नहीं होगी. यानी जंग का दायरा अब बहुत बढ़ चुका है. और भी तय है कि अगर इजरायल की सेना गाज़ा में घुसती है तो महायुद्ध भी शुरु होने में बहुत देर नहीं लगेगी. 

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