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पेरू में फिर सड़कों पर उतरे लोग, उग्र प्रदर्शन जारी, अब तक 16 लोगों की मौत

पेरू के लोकपाल कार्यालय की प्रमुख इलियाना रिवोलर ने कहा कि विरोध प्रदर्शन से मरने वालों की संख्या 20 तक हो सकती है. अयाचूचो में, प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय न्यायपालिका और अभियोजक के कार्यालयों में आग लगा दी और हवाई अड्डे और अन्य स्थानों पर हमलों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने हथियारों का इस्तेमाल किया.

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पेरू में प्रदर्शन जारी है
पेरू में प्रदर्शन जारी है

पेरू में पेड्रो कैस्टिलो को राष्ट्रपति पद से हटाकर गिरफ्तार किए जाने के बाद से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच हुई झड़पों में अब तक 16 लोगों की मौत की जानकारी है. वहीं कई दर्जन लोग घायल भी हुए हैं. दरअसल, गुरुवार (15 दिसंबर) पेरू के अयाचूचो क्षेत्र में हुई झड़पों में आठ लोगों की मौत हो गई और 52 घायल हो गए. वहीं शुक्रवार एक बार फिर प्रदर्शनकारी उग्र हो गए, जिन्हें रोकने के लिए सेना की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई. बताया जा रहा है कि इस दौरान भी कई लोगों की जान गई. 

स्थानीय मीडिया के फुटेज में अयाचूचो के हवाई अड्डे के रनवे ट्रैक पर दर्जनों प्रदर्शनकारियों को दिखाया गया, जबकि सेना के अधिकारियों ने हवा में गोलियां चलाकर और आंसू गैस का इस्तेमाल कर उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और हिंसक विरोध के बीच देश में पांच हवाई अड्डों को बंद करना पड़ा. पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को पद से हटाकर गिरफ्तार करने के बाद से अब तक कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है. 

पेरू के लोकपाल कार्यालय की प्रमुख इलियाना रिवोलर ने स्थानीय रेडियो आरपीपी के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि विरोध प्रदर्शन से मरने वालों की संख्या 20 तक हो सकती है. अयाचूचो में, प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय न्यायपालिका और अभियोजक के कार्यालयों में आग लगा दी और हवाई अड्डे और अन्य स्थानों पर हमलों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने हथियारों का इस्तेमाल किया. 

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पेरू में क्यों लगा आपातकाल? 

रक्षा मंत्री Alberto Otarola ने जारी बयान में कहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर सड़कें तक ब्लॉक कर दी हैं, कई जगह पर तोड़फोड़ हुई है. उन्हीं सब घटनाओं को देखते हुए देश में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. कुछ जगहों पर कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है. रक्षा मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया है कि जमीन पर स्थिति को फिर नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस के साथ-साथ सशस्त्र बलों को भी जमीन पर उतारा जाएगा. अब जानकारी के लिए बता दें कि इस समय पेरू एक अप्रत्याशित राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. पिछले कुछ दिनों में इतनी उथल-पुथल हो चुकी है कि जमीन पर तनाव कम होने के बजाय बढ़ता गया है.

पेरू का राजनीतिक इतिहास और सियासी संकट

पेरू के पिछले कुछ सालों के राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस प्रकार का संकट इस देश पर आने ही वाला था. साल 2020 में तो पांच दिनों के भीतर तीन बार राष्ट्रपति बदल दिया गया था. इससे पहले भी कई उन पूर्व राष्ट्रपतियों को जेल भेज दिया गया जिन पर ऑफिस में रहते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगे. अब उसी लिस्ट में पेड्रो कैस्टिलो का नाम भी जुड़ गया है. उनकी जगह इस समय उपराष्ट्रपति डीना बोलुआर्टे को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया गया है. वह पेरू के लोकतांत्रिक इतिहास में राष्ट्रपति पद संभालने वाली पहली महिला बन गई हैं.

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