एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी. ये कहावत पाकिस्तान पर सही बैठती है. नियंत्रण रेखा (LOC) पर बार-बार सीजफायर उल्लंघन करने के बाद जब भारत से मुंहतोड़ जवाब मिला तो पाकिस्तान अपनी गलती मानने के बजाए गीदड़ भभकी देने में जुट गया. पाकिस्तान की ओर से ताजा बयान रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का आया है. ख्वाजा आसिफ ने कहा, 'पाकिस्तान भारत को जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम है. हम बॉर्डर के तनाव को दो परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों के बीच टकराव का मुद्दा नहीं बनाना चाहते.'
गौरतलब है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने यह प्रतिक्रिया भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली के बयान पर दी जिसमें कहा गया था, 'पाकिस्तान अगर अब भी बाज नहीं आया तो उसे 'महंगी कीमत' चुकानी होगी.' पाकिस्तान को दो टूक सुनाते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि अपनी भूमि की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान यह जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद से वहां कई आतंकवादी भी मारे गए हैं. यानी फायरिंग के पीछे घुसपैठिए आतंकियों को भारत में प्रवेश करवाने का मकसद भी हो सकता है. ऊपर से फायरिंग करके घुसपैठियों को नीचे से भारत में घुसने के लिए कवर मुहैया कराया जाता है.
इस बीच खबर है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सीमा पर ताजा स्थिति पर शीर्ष सैन्य और असैन्य नेताओं से चर्चा करने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुलाई है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बैठक में ‘भारत की ओर से हाल में नियंत्ररण रेखा और कामकाजी सीमा पर किये गए संघषर्विराम उल्लंघनों पर चर्चा की जाएगी.'
आपको बता दें कि गत एक अक्टूबर से नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच भारी गोलीबारी हो रही है. पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से जम्मू कश्मीर में की गई गोलाबारी में आठ लोग मारे गए हैं जबकि 80 अन्य घायल हुए हैं. पाकिस्तान का दावा है कि अभी तक उसके 12 नागरिक मारे गए हैं.