अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया किया कि वह गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर इजरायल के प्रभुत्व को मान्यता देगा. ट्रंप ने कहा कि अब समय आ गया है कि अमेरिका इजरायल के प्रभुत्व को मान्यता दे दे.
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर लिखा, '52 सालों के बाद अब समय आ गया है जब अमेरिका गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर इजरायल के प्रभुत्व को मान्यता दे, जोकि इजरायल और क्षेत्र की स्थिरता के लिए रणनीतिक और सुरक्षा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.'
इस ऐलान के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद बोलते हुए लिखा, 'ऐसे समय में जब ईरान, इजरायल को बर्बाद करने के लिए सीरिया को एक प्लेटफॉर्म के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है, राष्ट्रपति ट्रंप ने गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर इजरायली प्रभुत्व को मान्यता दी है. राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद.'
इजरायली मीडिया के मुताबिक, व्हाइट हाउस अगले हफ्ते गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर इजरायल के प्रभुत्व को मान्यता देने की औपचारिक घोषणा कर सकता है. इस समय अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ येरूशलम में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत वरिष्ठ नेताओं से बातचीत करने के लिए मौजूद हैं.
बता दें, 1967 में सीरिया के साथ युद्ध के दौरान इजरायल ने गोलन पहाड़ी क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया था. संयुक्त राष्ट्र गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर इजरायल के कब्जे को गैरकानूनी मानता है और उसे सीरिया को लौटाने के लिए कहता है.
अरब लीग के सदस्य देशों ने कहा था कि गोलन पहाड़ी क्षेत्र पर सीरिया का अधिकार है. अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत ने कहा कि संगठन गोलन पहाड़ी क्षेत्र के मुद्दे पर सीरिया का समर्थन करता है. अब देखना होगा कि गोलन पहाड़ी पर इजरायल को अधिकार मिलता है या फिर सीरिया को?