अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि 2016 में हुए अमेरिकी आम चुनावों में उन्हें बिना सोशल मीडिया के सहारे ही जीत मिल जाती. हालांकि उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई पेश करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव जीतने के लिए मेन स्ट्रीम मीडिया की कोई जरूरत नहीं है, न ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वाइट हाउस एक बड़ी सोशल मीडिया समिट को को होस्ट कर रहा है. क्या में सोशल मीडिया का सहारा लिए हुए चुनाव जीत जाता? हां, शायद. इस निष्कर्ष पर हम खूबसूरत रोज गार्डन जाएंगे, जहां न्यूज कॉन्फ्रेंस में सेंसस और सिटीजनशिप पर चर्चा करेंगे.'
ट्रंप ने कहा, 'यहां फेक न्यूज मीडिया भी मौजूद है, लेकिन कम समय तक. फेक न्यूज महत्वपूर्ण नहीं है, न ही सोशल मीडिया की तरह ताकतवर है. नवंबर 2016 से ही फेक न्यूज फैलाने वाले अपना विश्वास खो चुके हैं.'
इस मीटिंग के दौरान अपने विपक्षी पार्टियों पर भी ट्रंप हमलावर रहे. उन्होंने नाम न लेते हुए विपक्ष के कई नेताओं पर भी निशाना साधा.
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह बैठक बुलाई थी लेकिन उन्होंने इस दौरान फेसबुक और ट्विटर की ओर से किसी भी प्रतिनिधि को बुलावा नहीं भेजा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों ट्विटर और फेसबुक से नाराजगी जता चुके हैं. ट्रंप ने सोशल मीडिया क्षेत्र के माहौल और चुनौतियों पर बुलाये गए एक समिट में इन दोनों कंपनियों को नहीं बुलाया है.
The White House will be hosting a very big and very important Social Media Summit today. Would I have become President without Social Media? Yes (probably)! At its conclusion, we will all go to the beautiful Rose Garden for a News Conference on the Census and Citizenship.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 11, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके पीछे सोशल मीडिया क्षेत्र की इन दिग्गज कंपनियों को न बुलाने के पीछे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का वह विचार हो सकता है जिसके अनुसार, दोनों प्लेटफॉर्म्स कंजर्वेटिव या रिपब्लिकन के विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का लगातार इस्तेमाल करते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर वह अपने नीतिगत फैसले, कार्यकारी आदेश की जानकारी देते हैं. ट्रंप ट्विटर पर दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलोअर रखने वाले नेताओं में से एक है, इसके बाद भी ट्विटर और फेसबुक को न बुलाना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है.