डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में चुनाव हारने के बाद कई महीनों पहले सत्ता से बाहर हो गए हैं, लेकिन उनसे जुड़ी खबरें, फैसले अबतक चर्चा में बने हैं. अब ट्रंप के कार्यकाल की एक खबर ने हंगामा मचा दिया है. इसमें कहा गया है कि ट्रंप द्वारा चीन पर हमले के ऑर्डर की आशंका के बीच US आर्मी चीफ ने चीन को दो बार फोन किया था. इतना ही नहीं, यह भरोसा भी दिया गया था कि अगर हमला किया गया तो चीन को पहले से इसका पता होगा.
वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, 2020 में जब ट्रंप के चुनाव हारने की संभावना बन गई थी, तब आशंका थी कि वह चीन पर हमले का ऑर्डर जारी कर सकते हैं. लेकिन यूएस आर्मी चीफ मार्क मिली ऐसा नहीं चाहते थे.
दो बार किया था चीन को फोन
यूएस जनरल मार्क मिली (जाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन) ने पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के चीफ जनरल ली ज़ुओचेंग को दो बार फोन किया था. पहली कॉल 30 अक्टूबर 2020 (चुनाव से चार दिन पहले) और दूसरी कॉल 8 जनवरी (यूएस कैपिटल में हिंसा के बाद) को की गई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, मार्क मिली ने ली ज़ुओचेंग को यह भरोसा दिलाया था कि हालात चाहे कितने भी बुरे दिख रहे हों, लेकिन अमेरिका चीन पर हमला नहीं करेगा. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर ट्रंप की तरफ से ऐसा कोई ऑर्डर जारी होगा तो वह चीन को पहले ही आगाह कर देंगे.
ट्रंप बोले - आर्मी चीफ पर हो राजद्रोह का केस
यह रिपोर्ट 'Peril' नाम की एक नई किताब के आधार पर आई है. किताब को पत्रकार बॉब वुडवर्ड और रॉबर्ट कोस्टा ने लिखा है. किताब अगले हफ्ते रिलीज होने वाली है. दावा किया गया है कि किताब में कही बातें 200 सूत्रों से लिए गए इंटरव्यू पर आधारित हैं.
ट्रंप का भी इस खबर पर बयान आया है. उन्होंने पहले तो इस बात को पूरी तरह नकार दिया. ट्रंप बोले, 'मैंने कभी चीन पर आक्रमण की बात नहीं सोची.' लेकिन आगे कहा कि अगर खबर सच भी है तो मार्क मिली पर राजद्रोह का केस होना चाहिए.