
लंदन की सड़कों पर भारतीय मूल के 14 लोगों की ओर से साइकिल रैली निकाली गई. इस रैली का आयोजन भारत में कोविड राहत के लिए फंड जुटाने के मकसद से किया गया. लंदन में इस मकसद से भारतवंशियों की तरफ से यह अपनी तरह का पहला आयोजन था.
कुल 116 किलोमीटर की इस साइकिल रैली से करीब 8,600 पाउंड (8.8 लाख रुपए) एकत्र किए गए. इनका इस्तेमाल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और अन्य जीवन रक्षक उपकरण खरीदने में किया जाएगा. भारत में दूसरी महामारी से जुड़ी खबरों को जानकर 14 राइडर्स ने ये रैली निकालने का फैसला किया.
रैली को पूरा करने में साढ़े तेरह घंटे का वक्त लगा. बीच में बाइकर्स को चार घंटे बारिश की वजह से रूके रहना पड़ा. रैली मे हिस्सा लेने वाले राइडर्स में सबसे छोटा 24 साल का था. वहीं इनमें सबसे उम्रदराज राइडर की आयु 54 साल थी. दिलचस्प बात ये है कि इनमें से कोई भी पेशेवर राइडर नहीं था. सभी शौकिया साइकिल चलाते हैं.

रास्ते में एक साइकिल खराब हुई. इस दौरान बारिश की वजह से दो राइडर्स फिसले जिनमें से एक लेडी बाइकर को चोट आने के बाद अस्पताल ले जाकर ट्रीटमेंट कराना पड़ा.
ये रैली वेस्ट लंदन के हॉनस्लो से ईस्ट लंदन में वूलविच तक जाने के बाद लौट कर फेल्थम में खत्म हुई. इस रैली को ‘Ride to Breathe’ नाम दिया गया था. ये स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 7 बजे शुरू हुई और रात 9.45 पर खत्म हुई.
इस रैली के दौरान लंदन के 7 मंदिरों को कवर किया गया. इनमें नीसडेन का BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर भी शामिल था. कोविड से जिन लोगों की जान गई है, उनके लिए बाइकर्स ने मंदिर में जाकर प्रार्थना भी की.