अमेरिका ने जब से चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है, एक बार फिर दोनों ही देश एक दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं. अमेरिका ने रविवार को चीनी अधिकारियों के साथ एक मुलाकात की थी, उसमें साफ कहा गया कि अमेरिका अपनी सुरक्षा के साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा. अब उस तल्ख टिप्पणी पर चीन की तरफ के जवाब आ गया है. उसने उल्टा अमेरिका को परिणाम भुगतने की धमकी दे डाली है.
चीन ने अमेरिका को क्या चेतावनी दी?
चीन के विदेश मंत्रालय ने एक जारी बयान में कहा है कि अगर अमेरिका द्वारा जासूसी गुब्बारे वाले मुद्दे को ज्यादा बढ़ाया गया तो उसे हर तरह के परिणाम भुगतने होंगे. अमेरिका लगातार इस मुद्दे से फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है. अब चीन की तरफ से ये बयान उस समय आया है जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकन ने चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की है. उस मुलाकात में अमेरिका ने सबसे ज्यादा जोर जासूसी गुब्बारे वाले मुद्दे को ही दिया है.
अमेरिका ने चीन को क्या कहा था?
बैठक के दौरान ब्लिंकन ने स्पष्ट किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका संप्रभुता के किसी भी उल्लंघन के लिए खड़ा नहीं होगा और चीनी उच्च ऊंचाई निगरानी गुब्बारा कार्यक्रम - जिसने पांच महाद्वीपों में 40 से अधिक देशों के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है - का पर्दाफाश किया गया है. ब्लिंकेन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठाया. यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर युद्ध पर, ब्लिंकेन ने निहितार्थ और परिणामों के बारे में चेतावनी दी. अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने चीन के एक जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था. उस समय राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दो टूक कहा था कि अमेरिका को अपनी रक्षा करना आता है और वो कभी भी इसके साथ समझौता नहीं करता. उसी वजह से वायुसेना को एक मिशन सौंपा गया और कुछ ही समय के अंदर जासूसी गुब्बारे को गिरा दिया गया.
जासूसी गुब्बारे को लेकर क्या जानकारी?
यहां ये समझना जरूरी है कि यूएस, कनाडा और लैटिन अमेरिका के एयरस्पेस पर चीन के संदिग्ध जासूसी गुब्बारे दिखाई देने के बाद हड़कंप मचा हुआ था. पेंटागन के मुताबिक, मोंटाना के ऊपर देखे गए बैलून का आकार तीन बसों के बराबर था. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि इस स्पाई बैलून से लोगों को किसी तरह का खतरा नहीं है.
वैसे बाद में चीन ने भी ऐसा ही एक आरोप लगा दिया था. कहा गया था कि उसकी एयरस्पेस में भी संदिग्ध वस्तु देखी गई है. उसने इसे अमेरिका की एक साजिश बता दिया था. लेकिन अमेरिका ने जारी बयान में कहा था कि उसकी तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया.