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कनाडा में दाढ़ी के कारण गई 100 सिख गार्डों की नौकरी, जानिए कोरोना पर किस फैसले को लेकर शुरू हुआ है बवाल

कनाडा के विश्व सिख संगठन ने कहा कि शहर की नीति के चलते सिख सुरक्षा गार्डों का बहिष्कार किया गया, जो अपने विश्वास के सिद्धांत के चलते बालों को बिना काटे रखते हैं. उन्होंने कहा कि इस नियम को 2020-21 में कोरोना महामारी के बाद लागू किया गया था. यह ऐसे समय पर लागू किया गया, जब देश के बाकी हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टोरंटो में 100 सिख गार्ड्स को गंवानी पड़ी नौकरी
  • 'क्लीन सेव पॉलिसी' का पालन न करने के चलते गई नौकरी

कनाडा के टोरंटो में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे 100 सिख गार्ड्स को नौकरी से निकाल दिया गया. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, इन सिक्योरिटी गार्ड को शहर की 'क्लीन सेव पॉलिसी' का पालन न करने के चलते नौकरी से हाथ गंवाना पड़ा. चौंकाने वाली बात ये है कि टोरंटो में 'क्लीन सेव पॉलिसी' इस लिए लाई गई, ताकि लोगों को एन 95 मास्क ठीक से आ सके. 

वहीं, शहर प्रशासन की ओर से बाद में कहा गया है कि जिन लोगों को इस पॉलिसी की वजह से नौकरी से बाहर किया गया, उन्हें बहाल किया जाए. कनाडा में कोरोना को देखते हुए इस साल जनवरी में क्लीन शेव पॉलिसी लॉन्च की गई थी. इसके मुताबिक, कर्मचारियों को क्लीन शेव रखने का आदेश दिया गया है, ताकि उन्हें एन 95 मास्क ठीक से आ सके. 

कनाडा के विश्व सिख संगठन ने कहा कि शहर की नीति के चलते सिख सुरक्षा गार्डों का बहिष्कार किया गया, जो अपने विश्वास के सिद्धांत के चलते बालों को बिना काटे रखते हैं. उन्होंने कहा कि इस नियम को 2020-21 में कोरोना महामारी के बाद लागू किया गया था. यह ऐसे समय पर लागू किया गया, जब देश के बाकी हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है. 
 
संगठन ने बयान जारी कर कहा, शहर के अन्य स्थलों पर कर्मचारियों और कामगारों के लिए क्लीन शेव नीति को लागू नहीं किया गया. उन्होंने कहा, सिख कर्मचारियों को विकल्प दिया गया है कि उन्हें अन्य जगहों पर ट्रांसफर किया जा सकता है, जहां यह नियम लागू नहीं है, लेकिन इसके लिए उन्हें कम वेतन मिलेगा. संगठन के मुताबिक, कई कर्मचारी जो सुपरवाइजर या मैनेजर थे, उन्हें सिक्योरिटी गार्ड बना दिया गया. 

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