थाईलैंड और कंबोडिया के बीच गुरुवार को सीमा विवाद ने खतरनाक रूप ले लिया और दोनों ही देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे पर गोलीबारी की. कंबोडिया ने कहा है कि दोनों देशों के बीच ताजा सीमा झड़पों में गोलीबारी हुई है. दोनों ही देश अब एक-दूसरे पर पहले गोलीबारी करने का आरोप लगा रहे हैं.
थाईलैंड की सेना ने कहा कि कंबोडियाई सैनिकों ने खमेर मंदिर ता मुएन थॉम के नजदीक गोलीबारी की. इस इलाके में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाल के हफ्तों में तनाव काफी बढ़ा है. हालांकि कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि थाई सैनिकों ने पहले गोली चलाई जिसके बाद उसके सैनिकों ने आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की.
थाई सेना ने बताया कि कंबोडिया ने भारी हथियारों से लैस सैनिकों को तैनात करने से पहले क्षेत्र में एक निगरानी ड्रोन भेजा था. उन्होंने बताया कि गोलीबारी में कम से कम दो थाई सैनिक घायल हो गए. सेना का कहना है कि कंबोडियाई गोलीबारी से कम से कम नौ नागरिक मारे गए हैं और 14 अन्य घायल हुए हैं.
कंबोडियाई रॉकेट हमले से जुड़ी दो अलग-अलग घटनाओं में चार नागरिकों के मारे जाने की खबर है. ये रॉकेट हमले गुरुवार सुबह दो थाई प्रांतों में हुए. कंबोडिया से दागे गए बीएम-21 रॉकेटों के सूरीन प्रांत के कप चोएंग जिले के एक गांव में गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. ये लोग उन 40,000 लोगों के समूह का हिस्सा थे जो इमर्जेंसी में निकासी का इंतजार कर रहे थे.
जिला प्रमुख सुथिरोज चारोएंथानासक ने पुष्टि की कि सुबह 9.40 बजे गांव पर दो रॉकेट गिरे, जब निवासी निकासी का इंतजार कर रहे थे. चार लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की बाद में अस्पताल में मौत हो गई. मरने वालों में एक 12 साल का बच्चा और एक युवा शामिल है.
कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता माली सोचेता ने कहा, 'हमारे सैनिकों ने थाई सैनिकों के आक्रमण के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के अपने अधिकार का प्रयोग किया. थाईलैंड ने कंबोडिया की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है.'
कंबोडिया के पूर्व नेता हुन सेन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि थाई सेना ने कंबोडिया के दो प्रांतों पर गोलाबारी की है. पोस्ट में उन्होंने लोगों से अपील की कि वो घबराए नहीं.
वहीं, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट ने फेसबुक पर कहा, 'कंबोडिया ने हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से मुद्दों को सुलझाने की इच्छा जताई है, लेकिन इस बार जब हम पर हथियारों से आक्रमण किया गया तो हमारे पास भी हथियारों से उसका जवाब देने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.'
थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथम वेचायाचाई ने कहा कि कंबोडिया के साथ उसका विवाद 'नाजुक स्थिति' में बना हुआ है और इसे सावधानीपूर्वक अंतरराष्ट्रीय कानून के हिसाब से सुलझाया जाना चाहिए.
गुरुवार की दोनों देशों के बीच झड़प से एक दिन पहले थाईलैंड ने कंबोडिया से अपने राजदूत को वापस बुला लिया था. इससे पहले सीमा पर बारूदी सुरंग विस्फोट में एक थाई सैनिक घायल हो गया था जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा और थाईलैंड ने अपना राजदूत वापस बुला लिया था. बुधवार को थाईलैंड ने यह भी कहा कि वो कंबोडिया के राजदूत को देश से निष्कासित करेगा.
मई में दोनों देशों के बीच हुए सशस्त्र संघर्ष में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी जिससे दोनों देशों के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं. पिछले दो महीनों में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं और सीमा पर सैनिकों की उपस्थिति बढ़ा दी है.