ब्रेक्जिट मामले में अपनी कंजरवेटिव पार्टी में विरोधियों से निपटने की तैयारी में लगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को करारा झटका लगा है. मंगलवार को पार्टी के एक सांसद के पाला बदलने से जॉनसन संसदीय बहुमत खो बैठे हैं.
कंजरवेटिव पार्टी के सांसद फिलिप ली पाला बदलकर लिबरल डेमोक्रेट सांसदों के साथ विपक्ष की बेंच पर जा बैठे. इस दौरान जॉनसन हाउस ऑफ कॉमन्स को संबोधित कर रहे थे.
फिलिप ली ने अपने फैसले के संदर्भ में कहा कि सरकार लोगों की रोजी-रोटी को दांव पर लगाकर गैर सैद्धांतिक तरीके से एक घातक ब्रेक्जिट की कोशिश कर रही है.
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने जैसे ही संसद में बीते महीने हुए जी-7 समिट के बारे में बोलना शुरू किया फिलिप ली हाउस ऑफ कॉमन के फ्लोर से बाहर आ गए.
फिलिप ली ने अपने बयान में कहा, 'मैं इस निष्कर्ष पर पहुंच गया हूं कि मेरे लिए मेरे संसदीय क्षेत्र की सेवा और देश हित में काम कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य होने की वजह से नहीं हो सकती. यह कंजर्वेटिव सरकार आक्रामकता के साथ ब्रेक्जिट को क्षति पहुंचाने की कोशिश कर रही है. यह सरकार जीवन और आजीविका का संकट पैदा करने की कोशिश कर रही है. यह यूनाइटेड किंगडम की एकता के लिए खतरा है.'
ब्रेग्जिट पर फंसे ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन देश में मध्यावधि चुनावों की घोषणा करने पर जो देते रहे हैं. बोरिस जॉनसन हर कीमत पर 31 अक्टूबर से पहले ब्रेजिग्ट प्रक्रिया पूरी कर लेना चाहते हैं. यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के बाहर निकलने की प्रक्रिया ब्रेग्जिट कहा जा रहा है. लेकिन बोरिस जॉनसन के इस लक्ष्य में विपक्ष अडंगा डाल रहा है.
विपक्ष चाहता है कि ब्रिटेन 2020 तक ब्रेग्जिट का सदस्य बना रहे. लेकिन ब्रेग्जिट से बाहर आने के वादे को पूरा करने के लिए बोरिस जॉनसन संसद तक को सस्पेंड करने के लिए तैयार हैं. इसके लिए वे ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय से अनुमति भी ले चुके हैं.